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दिल्ली की बाढ़ ने बढ़ाई DMRC की कमाई, 1 दिन में 62 लाख ने अधिक यात्रियों ने किया मेट्रो का सफर

नई दिल्ली : दिल्ली में यमुना नदी में उफान से 45 साल बाद आई ऐतिहासिक बाढ़ जहां इस बार दिल्ली सरकार और आम आदमी के लिए मुसीबत बन गई, वहीं दिल्ली मेट्रो के लिए यह बड़े फायदे वाला मौका बनकर आई। दिल्ली मेट्रो ने बीते 3 दिन में बंपर कमाई कर अपने पिछले सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं।

जानकारी के मुताबिक दिल्ली में गत तीन दिन से औसत से अधिक यात्री मेट्रो रेल सेवा का इस्तेमाल कर रहे हैं जो यह दर्शाता है कि यमुना के जलस्तर में वृद्धि की वजह से राजधानी के कई इलाकों में बाढ़ के मद्देनजर अधिकतर लोग बस, कार और बाइक को छोड़कर अब आने-जाने के लिए इस आधुनिक परिवहन व्यवस्था को ही अधिक प्राथमिकता दे रहे हैं।

दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली मेट्रो से रोजाना औसतन 55 से 60 लाख यात्री यात्रा करते हैं। डीएमआरसी ने एक बयान में कहा कि 11 जुलाई को 62 लाख यात्रियों ने मेट्रो सेवा का इस्तेमाल किया, जबकि 12 और 13 जुलाई को यह संख्या क्रमश: 61,32,431 और 61,33,673 रही।

अधिकारी ने कहा कि इससे पता चलता है कि पिछले कुछ दिनों में यमुना के जलस्तर में वृद्धि के कारण दिल्ली के कई प्रमुख इलाकों में बाढ़ के बीच इस अवधि में अधिक लोगों ने आवागमन के लिए मेट्रो का सहारा लिया। डीएमआरसी यात्रा या लाइन उपयोग के लिए मीट्रिक का उपयोग करता है, जिसकी गणना यात्रियों द्वारा अपने गंतव्य तक पहुंचने के लिए उपयोग किए जाने वाले कॉरिडोर की संख्या से की जाती है।

दिल्ली मेट्रो ने यह भी बताया कि 14 जुलाई को मेट्रो लाइन उपयोग का आंकड़ा 62,74,598 था, जबकि 7 जुलाई को यह आंकड़ा 61,63,784 था। वहीं, 4-6 जुलाई तक, प्रत्येक तीन दिन में सवारियों की संख्या 58 लाख से अधिक रही। गुरुवार को पहले 45 साल का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़कर 208.66 मीटर तक पहुंच गया था, जो खतरे के निशान 205.33 मीटर से तीन मीटर ऊपर था। इससे राजधानी के कई प्रमुख इलाके जलमग्न हो गए थे।

इससे पहले दिल्ली में यमुना बुधवार ने 207.71 मीटर के स्तर को पार दिया था, जिसने 1978 में बनाए गए 207.49 मीटर के अपने सर्वकालिक रिकॉर्ड को तोड़ दिया। बाढ़ का पानी मध्य दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट के प्रवेश द्वार तक पहुंच गया और व्यस्त आईटीओ चौराहा और राजघाट जलमग्न हो गया क्योंकि सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण विभाग का ड्रेन रेगुलेटर टूट गया।

बता दें कि, यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर के कारण मेट्रो की ‘ब्लू लाइन’ पर यमुना बैंक स्टेशन पर यात्रियों का प्रवेश व निकास अस्थायी रूप से बंद कर दी गई थी है। इसके साथ ही डीएमआरसी ने एहतियाती तौर पर यमुना के चार पुलों को मेट्रो के 30 किलोमीटर प्रति घंटे की सीमित गति से पार करने की भी जानकारी भी दी थी।

वहीं, नोएडा मेट्रो रेल निगम (एनएमआरसी) ने गुरुवार को बताया था कि 12 जुलाई को नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो से 88,646 यात्रियों ने सफर किया, जो इस मेट्रो में एक दिन में यात्रियों की सर्वाधिक संख्या है। एनएमआरसी ने बताया कि एक्वा लाइन पर सवारियों की संख्या में वृद्धि का एक कारण इस सप्ताह ग्रेटर नोएडा में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम है। उसने बताया कि इस सप्ताह आयोजित ‘श्रीमद्भगवद कथा’ के दौरान 12 जुलाई को 88,646 यात्रियों ने सफर किया। इससे पहले 11 जुलाई को 58,231 और 10 जुलाई को 54,516 यात्रियों ने सफर किया था।

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