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मिशन 2024: NDA की बैठक से पहले चिराग पासवान ने दिखाए नखरे, जानिए क्‍या रखी शर्त

पटना : लोजपा रामविलास के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने एनडीए (NDA) की बैठक से पहले बड़ी शर्त रख दी। दिल्ली में एनडीए की बैठक से पहले चिराग पासवान ने पार्टी के प्रमुख नेताओं के साथ पटना में महत्वपूर्ण मीटिंग की। इसमें पार्टी के सभी प्रमुख पदाधिकारी शामिल थे। पटना में हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया कि सिक्स-वन के फार्मूले के साथ ही लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास एनडीए में शामिल होगी। इस फार्मूले पर सहमति बन जाती है तो चिराग पासवान एनडीए में शामिल होंगे। मतलब यह कि एलजेपी रामविलास को 2024 के लोकसभा चुनाव में छह सीट चाहिए और बाद में एक राज्यसभा की सीट भी दिया जाना चाहिए। ऐसा होने पर पार्टी के गठबंधन में कोई दिक्कत नहीं होगी। एनडीए की बैठक में चिराग पासवान के लोजपा के पारस गुट को बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने न्योता भेजा है।

लोक जनशक्ति पार्टी, रामविलास के प्रधान महासचिव संजय पासवान ने कहा है कि छह लोकसभा और एक राज्यसभा हमारी पार्टी की परंपरागत सीट है। उन्होंने यह भी कहा कि हाजीपुर पार्टी के संस्थापक रामविलास पासवान जी की सीट थी जिसे पशुपति कुमार पारस दे दिया गया। हमें हर हाल में छह लोकसभा और एक राज्यसभा की सीट मिलना ही चाहिए ।

प्रधान महासचिव ने कहा कि हम यह मांग ऐसे ही नहीं कर रहे हैं बल्कि इसका आधार भी बनता है। बकौल संजय पासवान पार्टी के नेता हमेशा क्षेत्र में रहते हैं। इससे उनकी लोकप्रियता काफी बढ़ी है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी के प्रमुख साथी जो क्षेत्र में समय दे रहे हैं वे चुनाव लड़ना चाहते हैं। इसके आधार पर हमारी पार्टी को 6 सीट दिया जाना चाहिए। इसके अलावा एक राज्यसभा सीट भी आवश्यक है। संजय पासवान ने यह भी कहा कि हमारे नेता चिराग पासवान की लोकप्रियता बिहार में लगातार बढ़ती जा रही है और पार्टी राज्य में मजबूत हो रही है। हमे जनता का समर्थन भी मिलेगा।

बताते चलें कि आगामी 18 जुलाई को एनडीए की महत्वपूर्ण बैठक दिल्ली में होने जा रही है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मौजूदगी रहेगी। इसकी तैयारी जोर शोर से चल रही है। बैठक में शामिल होने के लिए चिराग पासवान के अलावे पशुपति कुमार पारस को भी बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का पत्र मिला है। जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा को भी पत्र देकर बुलाया गया है। चिराग पासवान ने जेपी नड्डा का पत्र मिलने पर काफी खुशी जताई और बीजेपी नेताओं को धन्यवाद दिया। पत्र में उनकी पार्टी को एनडीए का अहम साथी बताया गया। लेकिन अब चिराग ने बैठक में शामिल होने से पहले यह शर्त रख कर राजनीति में चर्चा का बाजार गर्म कर दिया है।

यह भी जानना जरूरी है कि पिछले 7 दिनों में बीजेपी के बड़े नेता और केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने चिराग पासवान से उनके आवास पर जाकर दो दो बार मुलाकात की। दोनों नेताओं ने एक साथ खाना भी खाया। इस डिनर डिप्लोमेसी को लेकर सियासी गलियारों में बड़ी चर्चा हुई। इधर चाचा-भतीजा चिराग पासवान और पशुपति पारस के बीच चल रहा राजनीतिक विरोध भी जोर शोर से चर्चा में है। दोनों ही नेता हाजीपुर लोकसभा सीट को लेकर दावा कर रहे हैं। पिछले दिनों चिराग पासवान ने इसे अपने पिता की पारंपरिक सीट बताया जिसपर उनकी मां रीना पासवान के चुनाव लड़ने की चर्चा है। दूसरी ओर पशुपति पारस ने यहां तक कह दिया दल टूटते हैं तो मिल जाते हैं दिल टूटते हैं तो नहीं मिलते। मैं सिटिंग सीट कैसे छोड़ दूं।

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