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एमपी से जुड़ा पानीपत धमाके का कनेक्शन

download (11)दस्तक टाइम्स एजेन्सी/
ग्वालियर. मध्य प्रदेश पानीपत रेलवे स्टेशन पर खाली पैसेंजर ट्रेन में मध्यप्रदेश की जेल से फरार सिमी आतंकियों का हाथ हो सकता है. राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की जांच में इस बात के संकेत मिले है.

पानीपत रेलवे स्टेशन पर 15 जनवरी को खाली खड़ी पैसेेंजर ट्रेन में कम तीव्रता का विस्फोट हुआ था. धमाके के वक्त ट्रेन खाली होने की वह से कोई भी यात्री हताहत नहीं हुआ था.

हरियाणा पुलिस ने इस मामले की जांच में एनआईए से मदद मांगी थी. एनआईए ने अपनी जांच के बाद संकेत दिए है कि इन धमाकों के पीछे सिमी के आतंकियों का हाथ हो सकता है.

एनआईए ने यह निष्कर्ष घटनास्थल से मिले सैंपल्स और धमाके के तरीके के आधार पर निकाला है. एनआईए का मानना है कि धमाके का तरीका सिमी से मिलता-जुलता है.

खंडवा जेल ब्रेक

मध्यप्रदेश पुलिस के लिए खंडवा जेल ब्रेक कर फरार हुए तीन आतंकी चुनौती बने हुए हैं. तीनों आरोपियों पर 15-15 लाख का ईनाम है. एनआईए ने 10 लाख और मध्यप्रदेश पुलिस ने 5 लाख का ईनाम घोषित किया था. मध्यप्रदेश पुलिस बीते दो सालों में तमाम प्रयास किए, लेकिन अभी तक एक भी आतंकी का सुराग नहीं लगा.

एनआईए ने लंबे समय से फरार चल रहे सिमी आतंकी जाकिर, मेहबूब, अजमद और सादिक पर ईनाम की घोषणा की थी. जिन आतंकियों पर ईनाम घोषित किया गया, उनमें से आतंकी जाकिर, मेहबूब और अजमद खंडवा जेल ब्रेक कर दो सालों से फरार हैं. सादिक पहले से ही फरार है और अब वो इन तीनों के साथ मिलकर नापाक मंसूबों को अंजाम देने में जुटा है.

आतंकियों पर पुणे और यूपी में ब्लास्ट करने का आरोप है. खंडवा जेल से छह आतंकी फरार हुए थे. इन में से अबू फैजल को मध्यप्रदेश एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था, जबकि फरार पांच आतंकियों में से दो को तेलगांना पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया था.

एनआईए के सूत्रों मुताबिक पिछले साल बिजनौर और चेन्नई में हुए ब्लास्ट में इन्हीं चारों का हाथ था. इसके अलावा बेंगलुरु आतंकी घटना में भी शक की सुई आतंकियों के इसी समूह पर आकर टिक रही है. माना जा रहा है कि वह किसी बड़े आतंकी हमले की साजिश रच रहे है.

एनआईए को काफी समय से इनकी लोकेशन कर्नाटक के हुबली और आसपास के इलाकों में मिल रही थी, लेकिन अब तक यह चारों गिरफ्त से बाहर है.

बताया जा रहा है कि पकड़े जाने के डर से इन्होंने इलैक्ट्रानिक डिवाइस का इस्तेमाल बेहद कम कर दिया है. वो फोन पर भी बहुत कम बात करते है और एक नंबर से दूसरी बार बात करने से भी बच रहे है.

 

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