फिक्की ने पेश की विकास की कार्ययोजना
नई दिल्ली (एजेंसी)। उद्योग संघ फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) ने सोमवार को कहा कि उच्च विकास दर हासिल करने के लिए उद्योग व्यवस्था में मजबूती लानी चाहिए और रोजगार का सृजन किया जाना चाहिए। नव निर्वाचित फिक्की अध्यक्ष सिद्धार्थ बिड़ला ने कहा ‘‘हम चाहते हैं कि भारत उच्च विकास पथ पर वापस लौटे। हर साल एक करोड़ से 1.2 करोड़ तक नई नौकरियों का सृजन करने के लिए विकास दर को लंबी अवधि तक 8-9 फीसदी रखना होगा।’’ उन्होंने यह भी कहा कि वित्तीय घाटे को कम रखने के लिए नियोजित पूंजी खर्च के साथ रोजाना के खर्च के लिए समझौता नहीं किया जा सकता है। बिड़ला ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में लंबी अवधि के लिए विकास की कार्ययोजना पेश करते हुए कहा कि कुछ समय के लिए सामाजिक खर्च कर रोजगार बढ़ाया जा सकता है लेकिन स्थायी समाधान के लिए सामाजिक खर्च को पूंजी सृजन और कौशल विकास से जोड़ना होगा। चालू खाता घाटा को कम करना जरूरी बताते हुए बिड़ला ने कहा कि नीतिगत हस्तक्षेप कर उन प्राकृतिक संपदाओं का आयात घटाया जाना चाहिए जो देश में ही उपलब्ध हैं। उन्होंने कहा ‘‘हमें अपनी पहचान ऐसे देश की बनानी चाहिए जो पूंजी को आमंत्रित करता है। नीति निर्माण में स्पष्टता विधायी व्याख्या में अधिक निस्चित नीतियों का बिना स्वेच्छाचारिता के पारदर्शी कार्यान्वयन कुछ ऐसी चीजें हैं जिनकी उम्मीद कारोबारी समुदाय करता है।’’