राष्ट्रीय
कार्टूनिस्ट पद्मश्री सुधीर तैलंग नहीं रहे, गुड़गांव में हुआ निधन
बीकानेर मूल के तैलंग लंबे समय से ब्रेन कैंसर से पीड़ित थे. परिवार के सदस्यों के अनुसार उनका अंतिम संस्कार दिल्ली के मयूर विहार में होगा.
पॉलिटिकल कार्टूनिस्ट में उनका नहीं कोई जवाब :
सुधीर तैलग को पॉलिटिकल कार्टूनिस्ट की जमात में नंबर वन माना जाता था. समसामयिक विषयों पर उनकी पकड़ और राजनीति मसलों पर उनके कार्टून में हमेशा से सराहे गए. उनके जीवंत कार्टूनों ने ही उन्हें 2004 में पद्मश्री का सम्मान दिलाया.
मुखर अभिव्यक्ति से हासिल की ख्याती:
सुधीर अपने सादगीपूर्ण व्यक्तित्व और संघर्ष के बल पर अपने कार्टून की दुनिया के जानेमाने चेहरों में शुमार थे. इलस्ट्रेटेड वीकली, नवभारत टाइम्स, हिंदुस्तान टाइम्स, इन्डियन एक्सप्रेस, एशियन एज के लिए काम करते हुए सुधीर ने बरसों कार्टून जगत में प्रसिद्धी बटोरी.