श्रावण मास में इन बातों का रखें विशेष ध्यान, नहीं तो भोलेनाथ की कृपा से वंचित रह जाएंगे आप
श्रावण 2023 नियम: अधिमास अब समाप्त होने वाला है और भगवान महादेव की आराधना का पवित्र महीना श्रावण मास शुरू होने वाला है। इस महीने में हर कोई महादेव की पूजा करता है और भोलेनाथ को प्रसन्न करने के लिए हर संभव उपाय करता है। इसके साथ ही श्रावण माह में कुछ उपाय भी बताए गए हैं, जिनका पालन करने से सभी को विशेष लाभ मिलता है। तो आइए जानें क्या हैं नियम.
ब्रह्म मुहूर्त में उठना : श्रावण मास में सभी को ब्रह्म मुहूर्त में उठना चाहिए, खासकर उन लोगों को जिन्होंने श्रावण मास में व्रत रखा हो। ब्रह्म मुहूर्त का अर्थ है सुबह 4 बजे से सूर्योदय तक का समय।
किसी पर क्रोध न करें: श्रावण मास के दौरान क्रोध पर नियंत्रण रखना बहुत जरूरी हो जाता है। क्रोध करने पर महादेवजी क्रोधित हो सकते हैं। सभी के साथ शांतिपूर्वक व्यवहार किया जाना चाहिए।’ किसी स्त्री के बारे में बुरा सोचना भी बहुत बड़ा पाप माना जाता है।
किसी का अपमान न करें- जो लोग श्रावण मास में व्रत कर रहे हैं उन्हें किसी का अपमान नहीं करना चाहिए। अगर आप किसी का अपमान करते हैं तो आप भोलेनाथ की कितनी भी पूजा कर लें, कोई फल नहीं मिलेगा।
बुरी चीजों के सेवन से बचें – श्रावण मास के अनुसार शुद्धता का पालन करना चाहिए। शराब-मांस-मच्छी जैसे खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए
शिवलिंग पर न चढ़ाएं हल्दी -शिवलिंग भोलेनाथ का प्रतीक है। हल्दी स्त्री तत्व है, इसे शिवलिंग पर नहीं चढ़ाना चाहिए। आप पानी की टंकी पर हल्दी डाल सकते हैं।
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