गरुड़ पुराण के अनुसार ऐसे काम करने वाले लोग सीधे स्वर्ग जाते हैं
नई दिल्ली: हिंदू धर्म में धार्मिक ग्रंथों और पुराणों से जुड़ी कई कहानियां हैं। वहीं गरुड़ पुराण को 18 महापुराणों में से एक माना जाता है। यह एक ऐसा पुराण है, जो मृत्यु और मृत्यु के बाद की घटनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देता है। इसके साथ ही गरुड़ पुराण में मृत्यु के बाद भगवान विष्णु की स्वर्ग और नर्क की यात्रा के बारे में भी बताया गया है। साथ ही गरुड़ पुराण में भी कुछ ऐसी ही बातें कही गई हैं। जिनका पालन करने से व्यक्ति का जीवन सुखी और आसान हो जाता है। ऐसा भी कहा जाता है कि मरने के बाद व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार स्वर्ग और नर्क में जगह मिलती है। इसमें बताया गया है कि आप स्वर्ग की प्राप्ति कैसे कर सकते हैं।
यदि आप नर्क की सज़ा नहीं भोगना चाहते। इसलिए यहां बताई गई बातों पर विशेष ध्यान दें। आइए इस लेख में ज्योतिषाचार्य पंडित अरविंद त्रिपाठी से जानते हैं कि किस उपाय से स्वर्ग की प्राप्ति हो सकती है। जो पितृदोष, पिंडदान और एकादशी का व्रत करता है उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है। जो अपने पितरों का तर्पण करता हो। देहदान करता है. इसके साथ ही एकादशी (Ekadashi Vrat Niayama) के दिन व्रत भी रखते हैं. वह व्यक्ति कभी नरक में नहीं जाता। जो लोग असहायों, गरीबों और दूसरों के कल्याण के बारे में सोचते हैं वे स्वर्ग जाते हैं। गरीब और जरूरतमंद लोगों की मदद करना। उनके कल्याण के बारे में सोचो, उन्हें स्वर्ग मिलेगा।
जो व्यक्ति कभी झूठ नहीं बोलता, वह अच्छा काम करने वाला और कड़ी मेहनत करने वाला व्यक्ति स्वर्ग पाता है । वह हमेशा अपनी मेहनत के बल पर काम करता है। जो अच्छे कर्म करता है उसे कभी नर्क का मुंह नहीं देखना पड़ता। शाकाहारी भोजन और आतिथ्य जो व्यक्ति शाकाहारी भोजन खाता है वह स्वर्ग जाता है । नशीली दवाओं का सेवन नहीं करता और मेहमानों का स्वागत करता है। उसे स्वर्ग की प्राप्ति होती है.जो लोग ज़मीन से जुड़े होते हैं और दान देते हैं उनका स्वर्ग में स्वागत होता है। जो व्यक्ति कभी भी धन का घमंड नहीं करता। दान वह कभी नरक में नहीं जाता। जो लोग बुजुर्गों, पशु-पक्षियों की सेवा करते हैं उन्हें स्वर्ग मिलता है जो बुजुर्गों, पशु-पक्षियों की सेवा करते हैं उन्हें स्वर्ग मिलता है। वह कभी नरक में नहीं जाता। भगवान विष्णु उससे बहुत प्रसन्न हैं।