नई दिल्ली: स्वस्थ आहार और नियमित व्यायाम की मदद से उच्च रक्तचाप की समस्या को दूर किया जा सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, उच्च रक्तचाप के स्तर को सामान्य बनाए रखने के लिए नमक, सोडियम का सेवन मध्यम मात्रा में करना चाहिए, जबकि दालचीनी का सेवन करना चाहिए। इससे हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है.
आयुर्वेद में दालचीनी को जड़ी-बूटी का दर्जा दिया गया है। दालचीनी का सेवन सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता है। दालचीनी में पाए जाने वाले आवश्यक पोषक तत्वों में प्रोटीन, कैल्शियम, मैग्नीशियम, जस्ता, विटामिन, नियासिन, थायमिन, लाइकोपीन, लोहा, फास्फोरस, मैंगनीज, तांबा, कार्बोहाइड्रेट, एंटीऑक्सिडेंट, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीफंगल शामिल हैं।
क्या है दालचीनी
दालचीनी एक प्रकार की पेड़ की छाल है, जो पतली, पीले रंग की और बहुत सुगंधित होती है। भारतीय घरों में दालचीनी की छड़ियों का उपयोग खड़ा मसाला के रूप में किया जाता है।
ऐसे करें दालचीनी का सेवन
दालचीनी का उपयोग सब्जियों में किया जा सकता है. ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के लिए दालचीनी का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा इसमें एक चम्मच दालचीनी पाउडर मिलाकर भी चाय बनाई जा सकती है।
दालचीनी के सेवन के फायदे
दालचीनी हृदय रोग के खतरे को कम करने में सहायक है।
दालचीनी के मधुमेह विरोधी गुण रक्त शर्करा के स्तर को कम करते हैं।
दालचीनी के सेवन से सर्दी और खांसी ठीक हो जाती है।
डायबिटीज के मरीजों के लिए दालचीनी का सेवन फायदेमंद होता है।
हाई ब्लड प्रेशर को ऐसे करें कंट्रोल
शराब, चीनी और अचार का सेवन कम करें।
आहार में फल और हरी सब्जियाँ शामिल करें।