भारत ने दो साल में 2,650 करोड़ के मनुष्य के बाल निर्यात किए
नई दिल्ली : कैंसर के मरीजों की बढ़ती आवश्यकता की वजह से भारतीय लोगों के बालों की दुनिया भर में तेजी से मांग बढ़ रही है। आज भारत दुनिया में मनुष्यों के बालों का प्रमुख आपूर्तिकर्ता देश बन गया है। पिछले दो वित्तीय वर्ष के दौरान भारत ने 2,650 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य के बाल निर्यात किए हैं। सरकार की ओर से यह जानकारी राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में दी गई।
केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने लिखित जवाब में उच्च सदन को बताया कि मानव बाल एवं बाल उत्पाद संघ और प्लेक्स कांसिल के मुताबिक भारत दुनिया में मानव बाल का सबसे बड़ा स्रोत है। उन्होंने बताया कि भारतीय बालों की गुणवत्ता हर देश में पसंद की जाती है।
वित्तीय वर्ष 2021-22 और 2022-23 में कुल 2,650 करोड़ रुपए मूल्य के बाल भारत ने निर्यात किए। हालांकि वित्तीय वर्ष 2018-19, 2019-20 और 2020-21 में कुल 431 करोड़ रुपए मूल्य के ही मानव बालों का निर्यात किया गया। प्लेक्स कांसिल की वेबसाइट के मुताबिक वित्तीय वर्ष 2023-24 के पहले तीन महीनों में ही भारत 817 करोड़ रूपए से अधिक मूल्य के मानव बालों का निर्यात कर चुका है।
भारत में आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु के अलावा पश्चिम बंगाल उद्योग का प्रमुख केंद्र है। कच्चे मानव बाल मुख्य रूप से इन राज्यों के घरों और मंदिरों से एकत्र किए जाते हैं। भारत के प्रमुख प्रतियोगी देश चीन, कंबोडिया, वियतनाम और म्यांमा हैं।