Chandrayaan-3 Landing: इतिहास रचने की ओर चंद्रयान-3, देशभर में पूजन-अर्चन
नई दिल्ली: अंतरिक्ष के क्षेत्र में देश के लिए ऐतिहासिक क्षण बेहद करीब आ गया है। देशभर में पूजा शुरू हो गई है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) का चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3 landing) इतिहास रचने की दहलीज पर है। दुनिया की निगाहें भारत के इस मिशन पर टिकी हैं। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संस्थान ने एक नया वीडियो शेयर कर उत्सुकता बढ़ा दी है. इसरो ने कहा कि मिशन तय समय पर है। यह आज शाम चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग करेगा।
चंद्रयान-3 (Chandrayaan- 3 landing) की सफलता के लिए देशभर में 24 घंटे पूजा-अर्चना की जा रही है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के ईस्ट ऑफ कैलाश के संत नगर स्थित आर्य समाज मंदिर में एक विशाल यज्ञ शुरू हो गया है। इसका आयोजन विश्व हिंदू परिषद और आर्य समाज ने संयुक्त रूप से किया है। मध्य प्रदेश के सीहोर के प्रसिद्ध गणेश मंदिर में आज सुबह हजारों लोगों ने पूजा-अर्चना की।
सुदर्शन सैंड आर्ट इंस्टीट्यूट के छात्रों ने ओडिशा के पुरी में समुद्र तट पर रेत कला बनाकर चंद्रयान-3 की सफलता की कामना की। चेन्नई के एवरविन स्कूल के बच्चों ने चंद्रयान-3 की प्री-सॉफ्ट लैंडिंग (Chandrayaan 3 landing) की आकृति बनाकर खुशी जाहिर की। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी के छात्रों ने संगम तट पर चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग की कामना करते हुए रेत की आकृतियां बनाकर मां गंगा से प्रार्थना की है। गुजरात के अहमदाबाद में चंद्रयान-3 की लैंडिंग (Chandrayaan-3 landing) से पहले अटल ब्रिज के पास भारतीय तिरंगे के रंग में सजे एक व्यक्ति ने झंडा लहराया। लखनऊ के श्री मनकामेश्वर मंदिर में पूजा और हवन किया गया है। वाराणसी के अस्सी घाट पर चंद्रयान लिखे मिट्टी के दीये जलाकर मां गंगा से प्रार्थना की गई।
चंद्रयान-3 की सफलता के लिए आज तड़के विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती के दौरान विशेष पूजा-अर्चना की गई। लोगों ने इसकी सफलता के लिए भगवान महाकाल से प्रार्थना की। 14 जुलाई को भी इस मिशन की सफलता के लिए अनुष्ठान और अभिषेक किया गया। महाकाल मंदिर के पुजारी पंडित यश गुरु ने बताया कि भस्म आरती में शामिल श्रद्धालुओं ने चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर की सफल लैंडिंग के लिए प्रार्थना की। भस्म आरती में शामिल श्रद्धालु चंद्रयान-3 की तस्वीरें लेकर महाकाल मंदिर पहुंचे। गौरतलब है कि इसरो प्रमुख डॉ. सोमनाथ 24 मई को उज्जैन आए थे। उन्होंने महाकाल मंदिर में चंद्रयान-3 की सफलता की कामना की।