स्कूल थप्पड़ मामला : जमीयत ने की शिक्षक के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग
नई दिल्लीः प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के एक स्कूल में सांप्रदायिक टिप्पणी करने और छात्रों को एक मुस्लिम सहपाठी को थप्पड़ मारने का आदेश देने की आरोपी शिक्षिका के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की मांग की। जमीयत प्रमुख मौलाना महमूद मदनी ने इस घटना पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग, राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग और संयुक्त राष्ट्र के विशेष दूत को पत्र लिखा।
नफरत की पाठशाला स्पष्ट रूप से अस्वीकार्यः मदनी
मदनी ने अपने पत्र में कहा, ‘‘मैं आपसे उपरोक्त घटना के निस्तारण और बाल अधिकार, मानवाधिकार, शैक्षिक अधिकार और पूर्वाग्रह निवारण अधिनियम के तहत अपराधी के खिलाफ कानूनी कार्यवाही शुरू करने का आग्रह करता हूं। इसके अलावा, मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि जिला प्रशासन को इस मामले को कमजोर नहीं करने देने का निर्देश दें।” मदनी ने कहा कि यह ‘‘नफरत की पाठशाला” स्पष्ट रूप से अस्वीकार्य है।
उन्होंने कहा, ‘‘यह देखकर बहुत दुख होता है कि हमारा देश नफरत फैलाने वाले भाषणों की ‘जमीन’ में तब्दील हो गया है।” मदनी ने कहा कि इस तरह की निंदनीय हरकतें न केवल शिक्षा के मूल सिद्धांतों का उल्लंघन करती हैं बल्कि पूर्वाग्रह और नफरत को भी बढ़ावा देती हैं जिनका एक न्यायपूर्ण और समावेशी समाज में कोई स्थान नहीं है।
प्रत्येक बच्चा एक सुरक्षित और सर्वव्यापी शैक्षणिक माहौल का हकदार
उन्होंने कहा कि प्रत्येक बच्चा एक सुरक्षित और सर्वव्यापी शैक्षणिक माहौल का हकदार है। मदनी ने कहा, ‘‘हम संबंधित अधिकारियों से इस घटना से निपटने के लिए तत्काल, दृढ़ कदम उठाने का आह्वान करते हैं। घटना के पूरे विवरण को सामने लाने के लिए एक गहन और पारदर्शी जांच की जानी चाहिए। ऐसी निंदनीय घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए यह आवश्यक है।”