त्योहारों में महंगी नहीं होगी आपकी थाली, सरकार के इन कदमों से महंगाई पर लगी लगाम
नई दिल्ली: त्योहारी सीजन में खाद्य महंगाई आम आदमी को परेशान नहीं कर सकेगी. आटा, दाल, चावल और चीनी समेत अन्य खाद्य सामग्रियों की कीमतों को काबू में रखने के लिए सरकार ने अहम कदम उठाए हैं. इनके चलते त्योहारों में थाली नहीं महंगी होगी. जबकि मानसून आने के बाद लगातार खाद्य महंगाई का ग्राफ तेजी से ऊपर जा रहा था.
केंद्रीय खाद्य मंत्रालय और वाणिज्य मंत्रालय ने खाद्य महंगाई के मोर्चे पर कई ऐसे कदम उठाए, जिन पर मौके की नजाकत को समझते हुए तत्काल निर्णय लिया गया. अगर ऐसा नहीं होता तो आम जनता को त्योहारों में भारी खाद्य महंगाई का सामना करना पड़ता. केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल के मुताबिक देश (Country) के विभिन्न क्षेत्रों में भारी बारिश के चलते आपूर्ति बाधित होना खाद्य महंगाई की बड़ी वजह बनी.
पीयूष गोयल के मुताबिक इस महंगाई से निपटने के लिए सरकार ने जरूरी कदम उठाए, यहां तक कि देश में पहली बार टमाटरों (Tomato) की कीमतों (Price) को नीचे लाने के लिए फुटकर बाजार में सरकार की ओर से बिक्री की गई. खाद्य महंगाई को काबू करने के अहम कदमों में चावल के दामों को नियंत्रित करने के लिए निर्यात पर 20 प्रतिशत शुल्क लगाने का फैसला लिया गया.
दाल की कीमत पर पाया गया काबू आटा की बढ़ती कीमतों के मद्देनजर सरकार ने 50 लाख टन गेंहू खुले बाजार में बेचने का फैसला लिया. साथ ही गेहूं पर स्टॉक लिमिट लगाई. दालों की कीमतों को काबू में रखने के लिए सरकार ने 10 लाख टन दाल आयात करने का फैसला लिया. जबकि दालों पर स्टॉक लिमिट पहले से लगी हुई थी. इसके अलावा चीनी के बढ़ते दाम नियंत्रित करने के लिए सरकार ने कोटे से अतिरिक्त 2 लाख टन चीनी खुले बाजार में बेचने का फैसला लिया.
क्रिसिल मार्केट इंटेलिजेंस के निदेशक (शोध) पुशान शर्मा के मुताबिक मानसून के दौरान खाद्य महंगाई पर गौर करें तो सब्जियों के दामों ने आम आदमी की थाली को काफी महंगा कर दिया था. हालांकि अब सब्जियों के दाम भी काबू में हैं. टमाटर खुले बाजार में 200 रुपये किलो से भी ज्यादा कीमत पर बिका. इसके चलते सरकार ने सस्ती दरों पर टमाटर बेचने का निर्णय लिया. इसके बाद सरकार ने प्याज की बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण के लिए 40 प्रतिशत ड्यूटी लगा दी. साथ ही बफर स्टॉक से 25 रुपये प्रति किलो प्याज बेचना शुरू किया. साथ ही भंडारण को लेकर राज्यों को निगरानी के सख्त निर्देश दिए. राज्यों से इस पर रिपोर्ट भी ली जा रही है.
सरकार ने इन कदमों से त्यौहारों के दौरान महंगाई काबू में रहेगी. जबकि कई अन्य कदमों को लागू करने की तैयारी राज्य सरकारों के साथ मिलकर कर रही है. ताकि कृत्रिम कारणों से खाद्य महंगाई नहीं बढ़े. कृषि विशेषज्ञ विनोद आनंद के मुताबिक आम जनता को राहत देने के लिए सरकार ने गैस सिलेंडर की कीमतों में भी 200 रुपये तक की कटौती की है. विशेषज्ञों का मानना है कि सरकार के विभिन्न कदमों के चलते त्यौहारी सीजन में खाद्य महंगाई आम जनता को परेशान नहीं कर सकेगी.