व्यापार

Reliance के साथ ‘वॉर’ के लिए Tata तैयार, करने जा रही ये बड़ा काम

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के ‘वॉर’, चीन और अमेरिका के ‘ट्रेड वॉर’ के बाद भारत में अब एक नया वॉर ‘न्यू बिजनेस वॉर’ शुरू हो रहा है. भविष्य के बिजनेसेस पर कौन राज करेगा, कौन सी कंपनियां आने वाले सालों में टिकी रहेंगी, अब कंपनियां इसी पर ध्यान दे रही हैं. वेदांता से लेकर अडानी ग्रुप तक डिजिटल युग में दस्तक देने को तैयार हैं, तो वहीं रिलायंस से टकराने के लिए टाटा ने भी कमर कस ली है. अडानी ग्रुप तेजी से देशभर में डेटा सेंटर्स बना रहा है.

वेदांता ग्रुप सेमीकंडक्टर सेगमेंट में उतरने की तैयारी कर रहा है. टाटा भी सेमीकंडक्टर के लिए फॉक्सकॉन के साथ काम करने की तैयारी में है, वहीं रिलायंस पहले ही गूगल-फेसबुक के साथ टाइअप कर चुका है और अब उसकी एनवीडिया के साथ एआई और चिप मेकिंग को लेकर होने वाली डील की भी खबरें बाजार में तैर रही हैं. हालांकि टाटा ग्रुप ने भी इस मामले में रिलायंस को कड़ी टक्कर देने की ठान ली है. जो पहले से टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेस और टाटा एलेक्सी जैसी कंपनियों के माध्यम से डिजिटल फील्ड में दखल रखता है.

अमेरिका की चिप डिजाइनर कंपनी एनवीडिया ने शुक्रवार को जानकारी दी कि वह टाटा ग्रुप के साथ मिलकर आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस बेस्ड सॉल्युशन बनाने के लिए एक प्लेटफॉर्म विकसित करेगी. दोनों कंपनी आपस में मिलकर एक एआई सुपरकंप्यूटर बनाएंगी. इसमें एनवीडिया का अगली पीढ़ी का ग्रेस हॉपर सुपरचिप होगा. दरअसल टाटा ग्रुप और एनवीडिया मिलकर भारत में एक एआई क्लाउड डेवलप करेंगे.

कंप्यूटिंग की अगली लाइफ साइकिल के लिए एक क्रिटिकल इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोवाइड करेगा. टाटा कम्युनिकेशंस का ग्लोबल नेटवर्क एआई नेटवर्क से जुड़ जाएगा. इससे कंपनियों को अपना डेटा हाईस्पीड से एआई क्लाउड पर ट्रांसफर करने में मदद मिलेगी. इस तरह हर बिजनेस फर्म की पहुंच एआई मॉड्यूल तक होगी. एनवीडिया के फाउंडर और सीईओ जेनसेन हुआंग का कहना है कि टाटा के साथ पार्टनरशिप करने के बाद मार्केट में बढ़ती एआई स्टार्टअप्स की डिमांड्स को पूरा करने में मदद मिलेगी.

Related Articles

Back to top button