नई दिल्ली : राजस्थान में विधानसभा चुनाव से पहले यहां की सियासत में बड़ा बदलाव आया है. अशोक गहलोत सरकार से बर्खास्त मंत्री और लाल डायरी को लेकर राज्य की राजनीति में कांग्रेस सरकार के लिए बवंडर खड़ा करने वाले विधायक शिवसेना में शामिल हो गए. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की मौजूदगी में शनिवार को झुंझुनू में आयोजित एक कार्यक्रम में राजेंद्र सिंह गुढ़ा की शिवसेना (शिंदे गुट) में एंट्री हो गई.
शिवसेना (शिंदे गुट) में शामिल होने वाले राजेंद्र सिंह गुढ़ा की तारीफ करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “वो सच के लिए लड़ते हैं सत्ता के लिए नहीं. इसलिए इन्होंने सत्ता छोड़ दी, ठीक उसी तरह जिस तरह मैंने भी सच्चाई के लिए और बालासाहेब ठाकरे के विचारों और जनहित के लिए उद्धव ठाकरे का साथ छोड़ दिया था.”
राजेंद्र गुढ़ा विधानसभा के अंदर लाल डायरी दिखाकर अचानक से चर्चा में आए थे. राजस्थान की गहलोत सरकार की कैबिनेट से बर्खास्त किए जाने के बाद गुढ़ा ने 24 जुलाई को विधानसभा में लाल डायरी लेकर आए थे. उनकी ओर से यह दावा किया जा रहा था कि इस डायरी में सीएम गहलोत के खिलाफ आरोपों की पूरी जानकारी है. हालांकि तब उन्हें सदन से ही बाहर कर दिया गया था. उन्होंने यह भी कहा कि लाल डायरी कांग्रेस के लोगों ने उनसे छीन ली थी.
साथ ही सीएम शिंदे ने कहा कि भविष्य में हम बीजेपी के साथ राजस्थान में चुनावी गठबंधन जनता के हितों को ध्यान में रखकर लिया जाएगा. विपक्षी दलों के गठबंधन INDIA पर निशाना साधते हुए सीएम शिंदे ने कहा कि ये गठबंधन सिर्फ दूसरे देशों में जाकर अपने ही देश को बदनाम करता है और G 20 जैसे विश्व स्तर के कार्यक्रम के आयोजन से जिससे देश का नाम ऊंचा हो रहा है. उसकी भी आलोचना करता है क्योंकि ये लोग निजी स्वार्थ से जुड़े हुए हैं.
महाराष्ट्र के सीएम शिंदे आज राजस्थान के दौरे के दौरान शिवसेना के कई नेताओं से मुलाकात करेंगे. सूत्रों के मुताबिक शिंदे की मौजूदगी में राजस्थान शिवसेना के नेता आज शिंदे ग्रुप में शामिल होगा. इसके अलावा वह झुंझुनू में एक स्वास्थ्य शिविर में शामिल होंगे. फिर सीएम एकनाथ शिंदे दिल्ली के रवाना हो जाएंगे. शिंदे रात 8 बजे राजधानी दिल्ली के भारत मंडपम में जी 20 सम्मेलन की बैठक में उपस्थित रहेंगे.