नई दिल्ली : हर कोई जानता है कि डायबिटीज एक लाइलाज और गंभीर बीमारी है। इसमें ब्लड शुगर कंट्रोल से बाहर रहने लगता है। ऐसा होने पर नसों और किडनी पर प्रेशर बढ़ जाता है और वक्त के साथ धीरे-धीरे वो कमजोर होने लगती हैं। इसलिए डायबिटीज के लक्षणों पर बारीकी से नजर रखनी चाहिए।
हाई ब्लड शुगर के कुछ लक्षणों को चेतावनी भरे संकेत माना जाता है। अगर आपको अत्यधिक प्यास लगना, अत्यधिक पेशाब आना, बिना कोशिश वजन घटना, थकान-कमजोरी, नजर धुंधली होना, घाव देर से भरना या मसूड़ों की दिक्कत हो रही है तो डॉक्टर को दिखाएं। ये सभी टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण हो सकते हैं।
ब्लड शुगर कंट्रोल रखने के लिए डायबिटीज को रिवर्स करने की जरूरत होती है। इसके लिए लाइफस्टाइल में बदलाव करके खून में मौजूद शुगर को कंट्रोल रखा जाता है। आयुर्वेदिक डॉक्टर रेखा राधामोनी कहती हैं कि अगर आप शाम को 6 से 6.30 बजे तक डिनर कर लेते हैं तो डायबिटीज रिवर्सल की जा सकती है।
डॉ. ने बताया कि शाम को डायजेस्टिव फायर सबसे कम होती है। जब आप सूर्यास्त के बाद हैवी खाना खाते हैं तो इसका काफी बड़ा हिस्सा अच्छी तरह पच नहीं पाता है। यह हिस्सा अमा में परिवर्तित हो जाता है, जो कि बिना पचा हुआ टॉक्सिक वेस्ट होता है।
आयुर्वेद के मुताबिक, अमा और कफ के गुण एक जैसे होते हैं। इसलिए जब शरीर में अमा बढ़ता है तो उसके साथ कफ भी बढ़ने लगता है। ये कफ बढ़ना ही आयुर्वेद में मधुमेह का मुख्य कारण माना गया है। इसलिए आपको कफ और अमा को नियंत्रित रखने के लिए डिनर जल्दी कर लेना चाहिए।
डायबिटीज मैनेज करने के लिए अपनाएं 7 टिप्स
हेल्दी कार्बोहाइड्रेट फूड खाएं।
नमक का सेवन कम करें।
लो जीआई फूड्स ना खाएं।
ताजे फल और सब्जी खाएं।
हेल्दी फैटी फूड खाएं।
सारे जरूरी विटामिन-मिनरल लें।
योगा-एक्सरसाइज जैसी फिजिकल एक्टिविटी करें।