संत सीचेवाल के प्रयास से 5 साल बाद मनीला जेल से वतन लौटा पंजाबी, खुशी से झूमा परिवार
सुल्तानपुर लोधी: पर्यावरणविद और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल के प्रयासों से कपूरथला निवासी बलदेव सिंह 5 साल बाद अपने वतन लौट आए हैं।बलदेव सिंह जो 2018 में 15 दिनों के लिए पर्यटक वीजा पर मनीला गए थे, को भारत लौटते समय हवाई अड्डे पर आव्रजन और पुलिस ने विमान से उतार दिया। उन्हें बलदेव सिंह नाम के एक अन्य व्यक्ति द्वारा किए गए आरोपों के आधार पर 2 मामलों में गिरफ्तार किया गया था। उसे इस बात का जरा भी अंदाजा नहीं था कि सुनवाई के दौरान अपना नाम सुनकर हां में सिर हिलाने से उसकी 15 दिन की यात्रा 5 साल की जेल में बदल जाएगी। स्थानीय भाषा न जानने के कारण अनजाने में स्वीकार किए गए इस अपराध ने उन्हें निर्दोष होते हुए भी दण्ड का भागी बना दिया।
इसके बाद परिवार ने यह सब पर्यावरणविद् और राज्यसभा सदस्य संत बलबीर सिंह सीचेवाल के ध्यान में लाया, जिन्होंने लगातार इस मामले को आगे बढ़ाया। इसके चलते वह 5 साल बाद अपने परिवार के पास वापस आए हैं। इस सदमे ने उनकी मानसिक स्थिति पर ऐसा असर डाला है कि उनके लिए कुछ भी ठीक से कह पाना बेहद मुश्किल है। बलदेव सिंह को यह भी याद नहीं था कि वह कितने दिनों तक वहां जेल में रहे थे। रविवार को निर्मल कुटिया में बलदेव सिंह के साथ आए उनके बेटे और बेटी ने संत सीचेवाल का धन्यवाद किया और कहा कि उनके निरंतर प्रयासों के कारण ही आज उनके पिता बलदेव सिंह परिवार तक पहुंच पाए हैं। बलदेव सिंह के बच्चों ने कहा कि उनके पिता अपना काम बढ़ाने के तरीके देखने के लिए ही मनीला गए थे।
संत सीचेवाल ने मनीला में भारतीय दूतावास और भारतीय आप्रवासी जगमोहन सिंह का धन्यवाद किया और कहा कि उनके समर्थन के कारण ही बलदेव सिंह घर लौटे। उन्होंने कहा कि ये वापसी पहले भी हो सकती थी लेकिन कोरोना के कारण इसमें काफी वक्त लग गया। संत सीचेवाल ने कहा कि इस बार राज्यसभा सदस्य बनने के बाद उन्होंने वहां भारतीय राजदूत शंभु एस. कुमारन से भी मुलाकात की थी और यह मामला उठाया था।