नई दिल्ली। ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोरईस्वामी को कुछ कट्टरपंथियों ने ग्लासगो गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोक दिया। बहस में पड़ने के बजाय भारतीय उच्चायुक्त ने वहां से चले जाने का फैसला किया। इस मुद्दे को ब्रिटेन के विदेश कार्यालय और पुलिस के समक्ष भी उठाया गया है।
ब्रिटेन में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी को कथित तौर पर स्कॉटलैंड के एक गुरुद्वारे में प्रवेश करने से रोके जाने पर एसजीपीसी महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल का कहना है, “इंग्लैंड के लोग, जग्गी जोहल की अवैध गिरफ्तारी से परेशान हैं। कारण ये सब हो रहा है… हम भारतीय दूतावास से कहना चाहते हैं कि किसी भी तरह का तनाव पैदा न किया जाए… अगर किसी गुरुद्वारे में किसी राजदूत के साथ ऐसा कुछ हुआ है तो इससे सिखों की प्रतिष्ठा पर असर पड़ता है… इससे पहले एक राजदूत को पीटा गया था, हम इसका समर्थन नहीं करते… दुनिया भर में सिखों की प्रतिष्ठा प्रभावित हुई है… किसी भी गुरुद्वारे में प्रवेश पर कोई प्रतिबंध नहीं है। लेकिन मुझे नहीं पता कि उनके कारण क्या थे। उनकी (विक्रम दोराईस्वामी) यात्रा के कारण पैदा हुए किसी भी तनाव से बचें, उन्होंने उन्हें रोका होगा