कोलकाता : गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के अधिकार क्षेत्र में आने वाले उत्तरी बंगाल के दार्जिलिंग, कलिम्पोंग और कर्सियांग की पहाड़ियों में बाढ़ आग गई। जीटीए के मुख्य कार्यकारी अनित थापा ने बताया है कि एक बच्चे की मौत हो गई और 11 लोग लापता हैं।
थापा ने गुरुवार दोपहर प्रभावित लोगों से मुलाकात के बाद मीडियाकर्मियों से कहा, ”जीटीए क्षेत्र में 5,000 से अधिक लोग एक से दूसरे स्थान पर शिफ्ट हुए हैं क्योंकि इनके घर बाढ़ से पूरी तरह नष्ट हो गए हैं। जीटीए ने उनके घरों के पुनर्निर्माण की पूरी लागत वहन करने का फैसला किया है। पश्चिम बंगाल सरकार ने संकट से निपटने की पूरी प्रक्रिया की निगरानी करने और प्रभावित लोगों के लिए तुरंत बचाव एवं राहत कार्य सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष समिति का गठन किया है।
अनित थापा ने कहा, ”मैं भी समिति का सदस्य हूं। स्थिति वास्तव में चिंताजनक है और हजारों लोग प्रभावित हुए हैं। प्रभावित लोगों में पहाड़ के विभिन्न आवासीय विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र भी शामिल हैं। हमने उनके लिए वैकल्पिक व्यवस्था की है ताकि वे उचित दरों पर पेइंग गेस्ट के रूप में रहकर अपनी पढ़ाई जारी रख सकें।”
इस बीच, गुरुवार को दक्षिण बंगाल के नादिया जिले के कृष्णगंज में एक मौत की खबर आई है। यहां भारी बारिश के बाद मिट्टी का घर ढह गया, जिसके नीचे दबकर 56 वर्षीय व्यक्ति की मौत हो गई। इस जिले में भी बाढ़ की स्थिति गंभीर है क्योंकि कई हिस्सों में पानी भर गया है।
उत्तरी बंगाल के मालदा जिले के अलग-अलग इलाकों में पानी भरा है। लगातार बारिश के बाद महानंदा नदी उफान पर है। यहां तक कि मालदा शहर में मालदा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल का परिसर भी पानी में डूबा हुआ है। जिले के बामनगोला इलाके में एक बांध में दरार आ जाने से स्थिति भयावह हो गयी है।