‘BJP ने आंदोलन रोकने के लिए मुझे 1200 करोड़ का ऑफर दिया’
पीटीआई के मुताबिक हार्दिक ने रुपयों के अलावा भाजपा के राष्ट्रीय युवा ईकाई में एक बड़े पद का भी न्यौता दिया गया। हार्दिक ने सूरत के लाजपोर जेल से इस बाबत अपने पिता को एक खत लिखा जिसमें उन्होंने इस घटना का जिक्र किया।
अपने पिता भरत पटेल को लिखे खत में हार्दिक पटेल ने लिखा कि तीन-चार दिन पहले उसके पास दो व्यक्ति आए थे जो गुजरात सरकार से जुड़े होने का दावा कर रहे थे। उन्होंने ही हार्दिक के सामने यह प्रस्ताव रखा था। इस चिट्ठी की प्रतिलिपियां शुक्रवार को जारी की गई थी।
हार्दिक ने गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को लिखी दो चिट्ठियों में पहले ही साफ कर चुके है कि किसी भी कीमत पर आंदोलन खत्म नहीं किया जाएगा। गौरतलब है कि पाटीदार आंदोलन के दौरान पिछले साल गुजरात के कई हिस्सों में भारी हंगामा हुआ था। इस दौरान कई इलाकों में तोड़ फोड़ भी हुई थी।
हार्दिक पटेल फिलहाल राष्ट्रद्रोह के मुकदमे में सूरत की जेल में बंद हैं। उनके ऊपर धारा 121 (ए) और 120 (बी) के तहत मामला दर्ज किया गया है जिसमें उन पर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलने और आपराधिक षड़यंत्र रचने का आरोप है।