भारत की इजराइल में भारतीय नागरिकों से ‘‘शांत, सतर्क रहने” की सलाह, कहा- स्थिति पर हमारी करीबी नजर
तेल अवीव: भारतीय दूतावास ने बुधवार को इजराइल में भारतीय नागरिकों से ‘‘शांत, सतर्क रहने” का आग्रह करते हुए उन्हें आश्वस्त किया कि वह ‘‘स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है” और “इजराइल में अपने नागरिकों की मदद के लिए लगातार काम कर रहा है।” सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर एक रिकॉर्डेड संदेश में इजराइल में भारत के राजदूत संजीव सिंगला ने कहा, ‘‘यह आपको आश्वस्त करने के लिए है कि दूतावास आपकी सुरक्षा और कल्याण के लिए लगातार काम कर रहा है। हम सभी बहुत कठिन समय से गुजर रहे हैं लेकिन कृपया शांत और सतर्क रहें तथा स्थानीय सुरक्षा दिशानिर्देशों का पालन करें।”
इजराइल ने गाजा पर शासन करने वाले इस्लामिक चरमपंथी समूह हमास के खिलाफ एक अभूतपूर्व हमले का संकल्प लिया है, क्योंकि उसके लड़ाकों ने सात अक्टूबर को सीमा बाड़बंदी तोड़कर देश के दक्षिण में घुसकर भीषण हमले किए थे । इजराइल की सेना ने कहा है कि इजराइल में 155 सैनिकों सहित 1,200 से अधिक लोग मारे गए हैं, जबकि गाजा में अधिकारियों के अनुसार, 260 बच्चों और 230 महिलाओं सहित 950 लोग मारे गए हैं। तेल अवीव में दूतावास ने केरल की एक देखभालकर्ता तक पहुंचने के लिए कदम उठाया, जो शनिवार को अशदोद शहर में गोलाबारी में घायल हो गई थी। दूतावास भारत में उसके परिवार के साथ भी लगातार संपर्क में है। भारतीय समुदाय भी उसका ख्याल रख रहा है और अस्पताल में उससे मिल रहा है। उसकी हालत स्थिर बताई गई है।
एक्स’ पर अपने आधिकारिक हैंडल के माध्यम से अलग-अलग परामर्श में, भारतीय दूतावास ने कहा, ‘‘दूतावास 24 घंटे की हेल्पलाइन के माध्यम से इजराइल में अपने नागरिकों की मदद के लिए लगातार काम कर रहा है। कृपया शांत और सतर्क रहें तथा सुरक्षा सलाह का पालन करें।” दूतावास ने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘आपने हमें जो सराहना के संदेश भेजे हैं, उनके लिए हम इजराइल और बाहर के अपने साथी भारतीय नागरिकों को धन्यवाद देते हैं।” इजराइल में करीब 18,000 भारतीय नागरिक काम या पढ़ाई के सिलसिले में रह रहे हैं। इजराइल में रहने वाले भारतीयों का एक बड़ा हिस्सा देखभाल करने वालों के रूप में काम करता है, लेकिन वहां लगभग एक हजार छात्र, कई आईटी पेशेवर और हीरा व्यापारी भी हैं।
तेल अवीव में भी भारतीय मिशन सक्रिय रूप से प्रभावित क्षेत्रों में सभी भारतीयों की सहायता के तरीकों की तलाश कर रहा है। इस बीच, रामल्ला में भारत का प्रतिनिधि कार्यालय (आरओआई) गाजा में रहने वाले चार भारतीयों के साथ लगातार संपर्क में है। आरओआई के एक अधिकारी ने कहा, ‘‘हम (उनके साथ) संपर्क में हैं और सभी भारतीयों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन जमीनी हालात हमारे विकल्पों को बाधित कर रहे हैं।” इसने अपने पोस्ट में कहा, ‘‘मौजूदा सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर, फलस्तीन में भारतीय नागरिक 24 घंटे की आपातकालीन हेल्पलाइन पर आपात स्थिति या आवश्यक सहायता के किसी भी मामले में सीधे भारत के प्रतिनिधि कार्यालय से संपर्क कर सकते हैं।”