दस्तक टाइम्स एजेंसी/नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के पूर्व लेक्चरर एसएआर गिलानी के खिलाफ यहां आयोजित एक कार्यक्रम के सिलसिले में राष्ट्रद्रोह का मामला दर्ज किया गया है जिसमें एक समूह ने संसद पर हमले के दोषी अफजल गुरू के समर्थन में नारेबाजी की थी। पुलिस ने शुक्रवार को कहा कि इस मामले में ‘जल्दी गिरफ्तारी’ होने की उम्मीद है।
बाद में दिल्ली पुलिस आयुक्त बी एस बस्सी ने कहा, ‘पुलिस जानकारी जुटा रही है ताकि मामले में लिप्त लोगों को जल्द गिरफ्तार किया जा सके।’ संसद हमला मामले में सबूत के अभाव में बरी हुए गिलानी के खिलाफ यह कार्रवाई तब हुई है जब दिल्ली पुलिस ने अफजल गुरू को फांसी के खिलाफ यहां जेएनयू परिसर में आयोजित एक कार्यक्रम के सिलसिले में दर्ज राष्ट्रद्रोह के मामले में जेएनयू छात्र संघ अध्यक्ष को शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने दावा किया कि उसने घटना के संबंध में मीडिया की क्लिप पर स्वत: संज्ञान लेते हुए गिलानी एवं अन्य के खिलाफ राष्ट्रद्रोह का एक मामला दर्ज किया है। नरवाल ने कहा, ‘जब हमने मामला दर्ज किया तब तक हमें किसी भी पक्ष से कोई शिकायत नहीं मिली थी।’ पुलिस ने दावा किया कि गिलानी के खिलाफ मामला इसलिए दर्ज किया गया है क्योंकि गिलानी को इस मामले का मुख्य आयोजक माना जा रहा है।
नरवाल ने कहा, ‘प्रेस क्लब में हाल बुक करने का अनुरोध गिलानी के ईमेल से किया गया और कार्यक्रम की प्रकृति जनसभा प्रस्तावित थी।’ गिलानी को उनकी टिप्पणी के लिए फोन काल और मेसेज भेजे गए लेकिन उसका कोई जवाब नहीं आया।
नरवाल ने कहा, ‘हम वीडिया फुटेज देख रहे हैं उन लोगों की पहचान करने का प्रयास कर रहे हैं जो भारत विरोधी नारेबाजी में शामिल थे।’ दिन में बाद में पुलिस ने दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर अली जावेद से संसद मार्ग पुलिस थाने में पूछताछ की। जावेद क्लब के सदस्य हैं और उन्होंने कार्यक्रम के लिए हॉल बुक किया था।
जावेद ने कार्यक्रम से स्वयं को अलग कर लिया और कहा कि वह नारेबाजी का समर्थन नहीं करते और वह आयोजकों में शामिल नहीं थे। प्रेस क्लब आफ इंडिया ने कल जावेद को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने गिलानी से कहा कि वह जल्द से जल्द जांच में शामिल हों।