झारखंड : रेलवे और कोयला परियोजनाओं पर हमला करने वाले पांच नक्सली कमांडर गिरफ्तार, हथियारों का जखीरा बरामद
रांची : झारखंड के चतरा जिले की पुलिस ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन टीएसपीसी (तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमेटी) के पांच बड़े कमांडरों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से हथियारों का जखीरा बरामद किया गया है। इन नक्सलियों ने बीते महीनों में रेलवे और कोयले की कई परियोजनाओं पर हमला किया था।
चतरा के एसपी राकेश रंजन ने शनिवार को एक प्रेस वार्ता में बताया कि गिरफ्तार उग्रवादियों के पास से पुलिस ने एक एके -56 राइफल, एक सेमी ऑटोमैटिक एसएलआर राइफल, एक यूएस मेड रायफल, एक 315 बोल्ट रायफल, 275 राउंड जिंदा गोली, दो देसी कट्टा, पांच मैगजीन, 10 मोबाइल फोन और टीपीसी का पोस्टर बरामद किया है। जिन नक्सलियों को गिरफ्तार किया गया है, उनमें से दो प्रभात उर्फ विरासत उर्फ प्रेम कुमार गंझू और विशु उर्फ अशोक गंझू का संगठन में सब जोनल कमांडर का ओहदा था। इनके अलावा तीन हार्डकोर नक्सलियों अरुण प्रजापति, नरेश कुमार भोक्ता और जितेंद्र कुमार रजक को गिरफ्तार किया गया है।
एसपी ने बताया कि सिमरिया के एसडीपीओ अशोक रविदास के नेतृत्व में नक्सलियों की पिपरवार, टंडवा और सिमरिया थाना पुलिस की संयुक्त टीम गठित की गई थी। बताया गया कि सबजोनल कमांडर प्रभात, विशु समेत सभी पांचों उग्रवादी चतरा जिला में कोयला कारोबारी और रेलवे ठेकेदार के लिए आतंक का पर्याय बने हुए थे। इस दस्ते ने बीते 30 मई को टंडवा स्थित रेलवे कंस्ट्रक्शन साइट में लगी पोकलेन मशीन को जला दिया गया था। 23 सितंबर को पिपरवार थाना क्षेत्र की पूर्णाडीह कोल परियोजना में भी इन्होंने आगजनी की वारदात अंजाम दी थी।
सब जोनल कमांडर प्रभात के खिलाफ लातेहार जिले के बालूमाथ और चतरा जिले के टंडवा, सिमरिया और पिपरवार थाना में कुल 14 मामले दर्ज हैं। इसी तरह विशु के खिलाफ रांची जिले के खलारी, बुढ़मू और चतरा जिले के टंडवा और पिपरवार थाने में 11 मामले हैं, जबकि अरुण प्रजापति, नरेश भोक्ता और जितेंद्र कुमार के खिलाफ पिपरवार थाना में दो मामले दर्ज हैं।