नेताओं के वापस कांग्रेस में शामिल होने के प्रकरण की जाखड़ ने ली नैतिक जिम्मेदारी
चंडीगढ़: भारतीय जनता पार्टी से शुक्रवार को कुछ नेताओं के वापस कांग्रेस में शामिल होने के घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुनील कुमार जाखड़ ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। उन्होंने साथ ही इसकी बतौर प्रधान नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार की है और इन नेताओं को नए राजनीतिक करियर के लिए शुभकामनाएं दी हैं।
पंजाब केसरी से बातचीत में जाखड़ ने कहा कि वह इस बात से अनभिज्ञ थे कि इनके मन में ऐसा कुछ चल रहा था या वे किसी कारण नाराज थे। इनमें मेरे कई पुराने साथी और कुछ अच्छे दोस्त भी थे। उन्होंने कहा कि इस घटनाक्रम से कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व का किरदार भी साफ दिख रहा है जिसने कुछ महीने पहले इन नेताओं के कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल होने पर कहा था कि अच्छा हुआ, पार्टी से गंदगी चली गई।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि जैसे ये नेता वापस गए हैं, वैसा उनका स्वागत कांग्रेस में नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि न खुदा ही मिला न विसाले सनम, न इधर के रहे न उधर के रहे। प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व ने अपनी हाईकमान के सामने नंबर बनाने और अपना उल्लू सीधा करने के लिए इन नेताओं को दयनीय स्थिति में लाकर छोड़ दिया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेतृत्व को समझना चाहिए कि मौजूदा प्रदेश टीम के रहते आम आदमी पार्टी का पल्लू पकड़ कर भी उनकी पार्टी नहीं बचेगी।
कोई भी किसी को देखकर नहीं आता, अपना राजनीतिक करियर देखकर आता है
यह पूछे जाने पर कि क्या इस तरह नेताओं के वापस कांग्रेस में लौटने का असर उन नेताओं पर नहीं पड़ेगा जिन्हें आप भाजपा में लाना चाहते हैं, जाखड़ ने कहा कि कोई किसी को देखकर नहीं आता। जो भी भाजपा में आता है, अपना राजनीतिक भविष्य देख कर आता है। ये सोच कर आता है कि उसने पंजाब और देश के लिए कुछ योगदान देना है। कहा जा रहा है कि ये नेता कैप्टन अमरेंद्र सिंह के संपर्क में थे और उनकी मिलीभगत से वापस कांग्रेस में गए हैं, इस बारे सवाल पर पंजाब भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कोई किसी के संपर्क में होने से कहीं नहीं जाता और न ही किसी के प्रभाव में होने से कहीं आता जाता है। वैसे भी कैप्टन अमरेंद्र इस पर बयान देकर अपनी बात रख चुके हैं।