कांग्रेस की फ़जीहत, मणिशंकर विपक्षी सरकार के प्रचार कार्यक्रम में पहुंचे
कांग्रेस पार्टी ने केरल में वामपंथी सरकार के प्रचार कार्यक्रम का किया था बहिष्कार
देहरादून (गौरव ममगाई): कांग्रेस पार्टी के लिए नेताओं का मनमाना रवैया आये दिन फ़जीहत का कारण बनता रहता है.अबकि बार नया मामला केरल का है, जहां वरिष्ठ पार्टी नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री मणीशंकर अय्यर पार्टी के फैसले के खिलाफ जाकर विपक्षी सरकार के प्रचार में पहुंच गए. इससे एक बार फिर भाजपा को कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया.
हुआ यूं कि केरल में राज्य की वामपंथी सरकार ने ‘केरलियम’ कार्यक्रम का आयोजन किया है, जिसमें राज्य सरकार की उपलब्धियों का बखान किया जाना था. केरल में वामपंथी पार्टी की टक्कर कांग्रेस से रहती है, इसलिए कांग्रेस ने ऐलान किया था कि वो केरल सरकार के कार्यक्रम का बहिष्कार करेगी, क्योंकि केरल मौजूदा समय में वित्तीय संकट से जूझ रहा है, लेकिन सरकार सरकारी पैसे का पार्टी के प्रचार में दुरुपयोग कर रही है.
एक तरफ कांग्रेस इस कार्यक्रम के जरिये केरल की वामपंथी सरकार को घेरने में जुटी थी, लेकिन पार्टी की फ़जीहत तब हुई जब अचानक कार्यक्रम में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मणिशंकर अय्यर पहुंच गए. इसके बाद कांग्रेस पार्टी कंफ्यूज हो गयी कि इसका विरोध करें या नहीं.. इसे लेकर भाजपा ने भी कांग्रेस को आड़े-हाथों लिया है..
कांग्रेस की पहले भी फ़जीहत करा चुके हैं मणिशंकर:
- 2021 में अय्यर ने विवादित बयान दिया था कि पिछले सात साल से हम देख रहे हैं कि हम अमेरिकियों के गुलाम बनकर बैठे हैं।
- 2023 प्रारंभ में मणिशंकर अय्यर ने पीवी नरसिम्हा राव, जिन्होंने कांग्रेस सरकार का नेतृत्व किया और 1991 से 1996 तक नौवें प्रधान मंत्री के रूप में कार्य किया, को देश का “पहला भाजपा पीएम” कहा था.