पंजाब

अमेरिका जाकर अमीर बनने के चक्कर पंजाबियों ने गंवाए करोड़ों, मैक्सिको में शुरु होती है खेल

लुधियाना : अमेरिका जाकर पैसा कमाने की लालसा के चलते भारतीय, विशेषकर पंजाब के लोग किसी न किसी तरह से वहां जाने की तैयारी में लगे रहते हैं। इसके लिए वे लोग लाखों रुपए खर्च करने से भी पीछे नहीं हटते। इस लालच में एजैंटों के झांसे में आकर लोग लाखों रुपए खराब कर लेते है, जबकि कई लोग अवैध रूप से यूए में दाखिल होने को लेकर कई जोखिम भी उठाते हैं।

सैंकड़ों किलोमीटर के घने जंगलों, कटीली तारों व दीवारों को पार कर भी लोग यू.एस. पहुंचने की कोशिश करते है जिसमें अधिकतर लोग नाकाम होते हुए यू.एस. बार्डर सिक्योरिटी के हत्थे चढ जाते हैं या फिर जंगलों के रास्ते में ही दम तोड़ देते हैं। लोगों की विदेश जाकर पैसा कमाने की इच्छा के चलते पंजाब में फर्जी एजैंट खूब पैसा कमा रहे हैं। अमेरिकी सीमा शुल्क व सीमा सुरक्षा (यू.सी.बी.सी.) की तरफ से भारत के लोगों के अवैध रूप से प्रवेश को लेकर हैरानीजनक खुलासे किए गए हैं।

यू.सी.बी.सी. के अनुसार अक्तूबर 2022 से सितम्बर 2023 के एक साल में यूएस में अवैध रूप से प्रवेश करने की कोशिश कर रहे करीब 97 हजार भारत के लोगों को काबू किया गया जिनमें 730 नाबालिग भी शामिल हैं। काबू किए इन लोगों में अधिकतर पंजाब व इसके सीमावर्ती इलाकों से हैं। आंकड़ों के अनुसार अवैध रूप से करीब 80 हजार लोग यू.एस. में प्रवेश करने में सफल भी हो गए।

फर्जीवाड़े से जुड़े लोग देते हैं प्रवासियों को प्रशिक्षण
यू.एस. में प्रवेश करने को लेकर सक्रिय फर्जी एजैंट यू.एस. के निकट मैक्सिको तक पहुंचने के लिए अलग अलग उड़ानों से भेजते हैं जहां से वे लोग बसों, टैक्सियों से आगे जाते हैं और पैदल चलते हुए कई जंगलों से गुजरने के बाद बार्डर पर लगी कंटीली तारों व दीवारों को फांद कर यू.एस. में प्रवेश करते है।

जानकारी के अनुसार मैक्सिको में इस फर्जीवाड़े से जुड़े लोग वहां पहुंचने वाले प्रवासियों को बार्डर पार करवाने के साथ-साथ इस बात का प्रशिक्षण भी देते हैं कि उन्हें पकड़े जाने पर अधिकारियों से क्या कहना है और कहां जाना है ताकि शरण लेने के मामले में खेल किया जा सके और शरण की सुनवाई का इंतजार करते हुए देश में प्रवेश किया जा सके। वे शरणार्थी के तौर पर वहां पर टिक सकें। अमेरिकी सरकार के अनुसार पकड़े जाने पर ऐसे लोग खुद को भारत में असुरक्षित होने की बात कहकर अपने देश वापस न लौटने की बात कह कर बचने की कोशिश करते हैं।

लगातार बढ़ौतरी होना चिंता का विषय
आंकड़ों के अनुसार अवैध रूप से यूए बार्डर पार करने वालों की गिनती में पिछले सालों से काफी अधिक बढ़ौतरी देखी गई है। साल 2019-20 में 19883, साल 2020-221में 30662, साल 2021-22 में 63927 थी जो साल 2022-23 में बढ़ कर 96917 तक जा पहुंची। पकड़े गए इन लोगों में से करीब 30 हजार लोगों को कनाडा बार्डर, मैक्सिको के बार्डर पर करीब 41 हजार और अन्य को दूसरे बार्डरों पर पकड़ा गया। पकडे गए लोगों को 4 ग्रुपों में विभाजित कर देखा जाता है जिनमें अधिकतर लोगों में अकेले व्यस्क पाए जाते है, जबकि इनमें साथ में रहने वाले नाबालिग, एक परिवार इकाई में व्यक्ति और अकेले बच्चे शामिल हैं।

फर्जी एजेंट उठा रहे है लोगों की लालसा का फायदा
पंजाब के अलग-अलग शहरों में सक्रिय फर्जी एजेंट विदेश जाकर पैसा कमाने की लालसा रखने वाले लोगों का फायदा उठा रहे है । यह लोग अवैध रूप से अमेरिका या दूसरे देशों के जाने के ऐवज में लाखों रुपए ऐंठ लेते है। आए दिन पुलिस के पास इस संबंध में शिकायतें पहुंच रही है, जो कि इन ठगों का शिकार हुए लोगों की है। लोगों का मानना है कि अगर पंजाब सरकार ही ऐसे फर्जी एजेंटों पर शिकंजा कसना शुरू कर दे तो पंजाब के लोगों को बचाया जा सकता है।

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