उत्तराखंड

पीएम मोदी के सबसे पसंदीदा आईएएस हैं मंगेश घिल्डियाल, अब ‘सिलक्यारा’ में लगी मुहर!

देहरादून (गौरव ममगाईं)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे पसंदीदा आईएएस अफसरों में उत्तराखंड के लाल मंगेश घिल्डियाल शामिल हैं। सिलक्यारा रेस्क्यू ने एक बार फिर इसे साबित भी कर दिया। जब उत्तराखंड के उत्तरकाशी में देश के सबसे रेस्क्यू सिलक्यारा टनल आपरेशन को अंजाम दिया जा रहा था, तब पीएम नरेंद्र मोदी को रेस्क्यू की निगरानी की बड़ी जिम्मेदारी किसी योग्य अधिकारी को सौंपनी थी। तब पीएम मोदी ने एक बार फिर मंगेश घिल्डियाल को ही चुना। मंगेश घिल्डियाल ने बड़ी ही सूझ-बूझ से इस रेस्क्यू को पूरा करने में अहम भूमिका निभाई।

पीएम मोदी को पल-पल की अपडेट देना, आवश्यक संसाधन जुटाना हो या फिर उत्तराखंड की भौगोलिक परिस्थिति से वाकिफ होने के कारण विशेषज्ञों के साथ समन्वय करना, हर जिम्मेदारी को मंगेश घिल्डियाल बूखूबी निभाते रहे। खास बात यह भी कि इस पूरे रेस्क्यू में मंगेश घिल्डियाल का नाम सुनने को नहीं मिला, लेकिन वो मीडिया के कैमरे से बचते हुए पीएम मोदी के प्लान को सफल बनाने में जुटे हुए थे।

पीएम मोदी ने केदारनाथ पुनर्निमाण की जिम्मेदारी भी सौंपी थी

केदारनाथ पुनर्निमाण का प्रोजेक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी परियोजना है। पीएम मोदी ने इसको पूरा करने की जिम्मेदारी भी मंगेश घिल्डियाल को ही सौंपी थी। मंगेश घिल्डियाल भी लगातार केदारनाथ आते रहे और पूरे प्रोजेक्ट पर करीबी नजर रखते रहे। बता दें कि पीएम मोदी हर साल केदारनाथ बाबा के दर्शन करने उत्तराखंड आते रहते हैं। उन्हें केदारनाथ में बहुत आस्था व लगाव रहा है। बता दें कि पीएम मोदी, मंगेश घिल्डियाल द्वारा उत्तराखंड में सरकारी शिक्षा व बाल विकास की दिशा में किये सराहनीय कार्य से अत्यधिक प्रभावित हुए थे, उन्होंने कहा था कि मुझे मंगेश घिल्डियाल जैसे युवा एवं कर्मठ अफसर चाहिए। इसके बाद उन्होंने मंगेश को प्रधानमंत्री कार्यालय में उपसचिव पद पर बड़ी जिम्मेदारी सौंपी थी।  

क्यों इतने लोकप्रिय हैं मंगेश घिल्डियालः

मंगेश घिल्डियाल ऐसे आईएएस हैं, जो बहुत ही साधारण जीवन जीते हैं। जब वह उत्तराखंड के पर्वतीय जिलों में कई वर्षों तक डीएम रहे, उस दौरान उन्होंने पहाड़ी जिलों में सरकारी स्कूलों की बेहतरी एवं शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने पर बहुत जोर दिया था। लोगों को सरकारी स्कूलों में बच्चे पढ़ाने को प्रेरित करने के लिए मंगेश घिल्डियाल ने अपने बच्चे का दाखिला भी सरकारी स्कूल मे कराया था। वह कई बार सरकारी स्कूलों में बच्चों के साथ जमीन पर बैठकर मीड-डे मील का भोजन भी खाते नजर आते थे। वह व उनकी पत्नी सरकारी स्कूलों में बच्चों को पढ़ाते भी रहे।

 जाहिर है कि उत्तराखंड में अनेक जिलों में डीएम रहते हुए मंगेश घिल्ड़ियाल उत्तराखंड का नाम रोशन करते रहे थे, लेकिन आज भले ही मंगेश घिल्डियाल उत्तराखंड में सेवा न दे रहे हों, लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सबसे पसंदीदा आईएएस में शामिल होना बहुत बड़ी बात है। यह प्रदेश के लिए भी बड़ी उपलब्धि से कम नहीं।

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