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सर्दियों में बच्चों को ड्राई फ्रूट्स खिलाने के ये हैं गजब के फायदे

नई दिल्ली : सर्दियां शुरू होते ही लोगों के पहनावे के साथ उनके खानपान में भी बदलाव आना शुरू हो जाता है। बदलते मौसम का सबसे पहला असर छोटे बच्चों पर खांसी-जुकाम के रूप में दिखता है। बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर होती है, यही वजह है कि मौसम में ठंडक बढ़ते ही माता-पिता उनकी डाइट में कुछ जरूरी बदलाव करना शुरू कर देते हैं। ऐसे ही बदलाव में ड्राई फ्रूट्स भी शामिल होते हैं। ड्राई फ्रूट्स का सेवन न सिर्फ पोषक तत्‍वों का भंडार होते हैं बल्कि बच्‍चों के संपूर्ण दिमागी और शारीरिक विकास के लिए जरूरी माने जाते हैं।

बच्चों को सूखे मेवे खिलाने के फायदे-

छुहारे –
ठंड के मौसम में बच्चों को वायरस से बचने के लिए छुहारे खाने की सलाह दी जाती है। छुहारे में विटामिन और मिनरल्स प्रचुर मात्रा में होते हैं, जो शरीर की गर्मी को बनाए रखने के साथ इम्यूनिटी को भी बूस्ट करने में मदद करते हैं।

अखरोट –
अखरोट में कई तरह के मिनरल्स, प्रोटीन और विटामिन प्रचूर मात्रा में पाए जाते हैं। सर्दियों में बच्चों को अखरोट खिलाने से उनकी इम्यूनिटी मजबूत बनने के साथ स्किन भी हाइड्रेट बनी रहती है।

किशमिश करें एनीमिया से बचाव-
किशमिश में भरपूर मात्रा में आयरन पाया जाता है, जो बच्चों में आयरन की कमी को पूरा कर एनीमिया से बचाव कर सकता है।

बच्चे दिनभर भाग-दौड़ करते रहते हैं, जिसके लिए उन्हें काफी ऊर्जी की भी जरूरत पड़ती है। ऐसे में बच्चों के शारीरिक विकास के साथ खेल-कूद के लिए ऊर्जा का स्तर बनाए रखने के लिए सूखे मेवे मदद कर सकते हैं। ड्राई फ्रूट्स जैसे बादाम, काजू, पिस्ता और अखरोट कैलोरी से भरपूर होते हैं, जो बच्चों को पर्याप्त ऊर्जा देने का काम कर सकते हैं।

अक्सर कई बच्चों को कब्ज की शिकायत बनी रहती है, जिससे राहत पहुंचाने में सूखे मेवे फायदेमंद हो सकते हैं। सूखे मेवों में मौजूद फाइबर की अधिकता शरीर से मलप्रवाह की दर को बढ़ाकर कब्ज से राहत देने में मदद करती है।

नाश्ते में ड्राई फ्रूट्स, खासकर अखरोट का सेवन बच्चों के मानसिक विकास में मदद कर सकता है। अखरोट में प्रचूर मात्रा में ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। जो बच्चों के मानसिक विकास में मदद कर सकता है।

ड्राई फ्रूट्स में अन्य कई पोषक तत्वों के साथ कैल्शियम की भी अच्छी मात्रा पाई जाती है। हड्डियों को स्वस्थ रखने के लिए कैल्शियम बेहद जरूरी होता है। यह हड्डियों के निर्माण से लेकर उन्हें मजबूत रखने में अहम भूमिका निभाता है, जिससे बच्चों के विकास में मदद मिलती है।

बच्चों को ड्राई फ्रूट्स खिलाते समय रखें इन बातों का ध्यान-

-बच्चों को एलर्जी से बचाने के लिए उनकी डाइट में सावधानी के साथ धीरे-धीरे ड्राई फ्रूट्स शामिल करें। एक बार जब आप इस बात को लेकर सुनिश्चित हो जाए कि बच्चे को दिए गए ड्राई फ्रूट्स या नट्स से उसे किसी तरह की एलर्जी नहीं हो रही है, तो आप उसकी डाइट में इन्हें शामिल कर लें।
-बच्चा अगर अभी छोटा है और खाना चबाना सीख ही रहा है तो शुरुआत में मेवे की मात्रा कम रखें वरना बच्चा मेवों को गले में फंसा सकता है। बच्चे को ड्राई फ्रूट्स खिलाते समय हमेशा अपने सामने सीधा बैठकर खिलाएं।
-बच्चों को छिलके या बीज वाले ड्राई फ्रूट्स देने से पहले छिलके व बीज निकाल दें।
-कुछ ड्राई फ्रूट्स बच्चे के लिए एलर्जी का कारण बन सकते हैं, ऐसा होने पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श करें।

बच्चों की डाइट में ड्राई फ्रूट्स शामिल करने के लिए उन्हें बादाम का दूध बनाकर पिलाएं। इसके अलावा रात को एक कटोरी में बादाम किशमिश भिगोकर सुबह बच्चों को खिलाएं। आप चाहे तो बच्चों को ड्राई फ्रूट्स की स्मूदी भी बनाकर दे सकते हैं।

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