देश की आर्थिक वृद्धि दर दूसरी तिमाही में दुनिया में सबसे अधिक : सीतारमण
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारामण ने गुरुवार को कहा कि देश (country) में आर्थिक हालात बेहतर हैं। सीतारमण ने राज्य सभा (Rajya Sabha) में देश की आर्थिक स्थिति पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि भारत विश्व में विनिर्माण के क्षेत्र में दूसरा सबसे बड़ा आकर्षक स्थल है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (second quarter) में देश की आर्थिक वृद्धि दर दुनिया में सबसे अधिक रही है।
वित्त मंत्री ने देश में आर्थिक स्थिति पर हुई अल्पकालिक चर्चा का राज्य सभा में जवाब देते हुए कहा कि भारत पिछले 8 वर्षों में विश्व की 10वीं से 5वीं अर्थव्यवस्था पर आ गया है। उन्होंने कहा कि चालू वित्त वर्ष 2023-24 की दूसरी तिमाही में देश की आर्थिक वृद्धि दर दुनिया में सबसे अधिक रही। निर्मला सीतारमण ने कहा कि अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्र महत्वपूर्ण प्रगति कर रहे हैं।
उन्होंने सदन में मंगलवार को शुरू हुई बहस का जवाब देते हुए उद्योग जगत में देश की उपलब्धियां भी गिनाईं। वित्त मंत्री ने कहा कि इस वर्ष प्रत्यक्ष कर संग्रह में लगभग 22 फीसदी की वृद्धि हुई है जबकि जीएसटी का मासिक राजस्व संग्रह एक लाख साठ हजार करोड़ रुपये पर स्थिर रहा है। सीतारमण ने कहा कि पिछले आठ वर्ष में भारत दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बना है।
सीतारमण ने कहा कि बेरोजगारी दर 2017-18 में 17 दशमलव आठ फीसदी से घटकर दस फीसदी पर आ गई है। उन्होंने बताया कि महंगाई पर काबू पाने के लिए केंद्र सरकार ने कई उपाय किए है। सीतारमण ने कहा कि 2014 में घरेलू रसोई गैस कनेक्शन 14.5 करोड़ थे, जो अब बढ़कर 31.4 करोड़ हो गए हैं। इस तरह बीते 9 सालों में 16.9 करोड़ एलपीजी कनेक्शन बढ़े हैं। वहीं, पीएम किसान योजना के तहत 11 करोड़ लाभार्थियों को सहायता दी जा रही है।
उन्होंने कहा कि संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) विभिन्न योजनाओं को बस ‘नाम के वास्ते’ लेकर आई थी। उन योजनाओं को शुरू तो कर दिया गया था लेकिन ठीक तरीके से लागू नहीं किया। इसलिए वह आम आदमी तक नहीं पहुंची। वहीं, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार न केवल नई योजनाएं लेकर आई, उन्हें इस तरह लागू किया गया जिससे आम आदमी का जीवन ही बदल गया।