दिल्ली में ‘इंडिया’ गठबंधन की बैठक, बिहार में बयानबाजी का दौर
नई दिल्ली । विपक्षी दलों के गठबंधन इंडिया की एक ओर जहां दिल्ली में बैठक चल रही है, वहीं, बिहार में बयानबाजी का दौर चल रहा है। पटना की सड़कों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पक्ष में लगाए गए एक पोस्टर ने सियासी पारा को गर्म कर दिया।
पटना की सड़क पर लगाए गए पोस्टर में नीतीश कुमार की दो तस्वीर है, जिसमे वे किसी जनसभा को संबोधित कर रहे हैं। पोस्टर के सबसे ऊपर लिखा गया है, ‘अगर सच में जीत चाहिए तो फिर’, जबकि सबसे नीचे लिखा गया है, ‘एक निश्चय चाहिए, एक नीतीश चाहिए।’ इस पोस्टर के एक दिन पहले जदयू कार्यालय के बाहर भी नीतीश कुमार के समर्थन में एक पोस्टर लगाया गया था, जिसमें लिखा गया था ‘2024 में देश मांगे नीतीश।’
इस पोस्टर को लेकर भाजपा की प्रवक्ता पूनम सिंह कहती हैं कि इसके जरिए जदयू अपनी ही सहयोगी पार्टी कांग्रेस पर दबाव बनाने की चाल चल रही है। बिहार में जदयू तीसरे नंबर की पार्टी है और उनके नेता प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने का सपना देख रहे हैं, जो कभी पूरा नहीं होने वाला है। आज की स्थिति ऐसी हो गई है कि नीतीश कुमार से बिहार ही नहीं संभल रहा है तो देश को संभालने की बात करना सही अर्थों में बेमानी है।
जदयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि पोस्टर किसने लगाया है, यह हम लोगों की जानकारी में नहीं है, लेकिन यह तय है कि नीतीश कुमार ने विपक्ष को एकजुट करने की कवायद शुरू की थी। आज वह मूर्त रूप लेता दिख रहा है। नीतीश कुमार न तो प्रधानमंत्री पद के दावेदार हैं, ना ही संयोजक पद में उनकी दिलचस्पी है। इसके बाद सभी को अपनी बात कहने का हक है।