ठंड में ठिठुरते स्कूलों में पहुंच रहे विद्यार्थी, स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवाइजरी
अमृतसर : जिले में पढ़ रही शीत लहर ने जनजीवन अस्त-व्यक्त कर दिया है। भयंकर ठंड में विद्यार्थी ठिठुरते हुए जहां स्कूल पहुंच रहे हैं, वही तापमान में प्रतिदिन आ रही गिरावट के मद्देनजर बच्चे व बुजुर्ग बड़े तादाद में बीमार हो रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा शीत लहर के मद्देनजर जहां एडवाइजरी जारी कर दी है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार रविवार तक गहरी धुंध व कोल्ड डे का अलर्ट जारी कर दिया है। फिलहाल मौसम खुश्क रहेगा तथा बरसात की कोई संभावना नहीं है। अध्यापक संगठनों ने भी ठंड को देखते हुए सरकार से आगे छुट्टियां करने की मांग की है।
जानकारी के अनुसार जिले अमृतसर में पिछले कुछ दिनों से भयंकर शीत लहर चल रही है। अधिकतर लोग ठंड के कारण अपने घरों में रहने को मजबूर है। पंजाब सरकार द्वारा भयंकर ठंड के बावजूद छुट्टियां करने की बजाय स्कूलों के समय में तबदीली कर दी गई है, परंतु अभी भी ठंड के कारण विद्यार्थी ठिठुरते हुए स्कूलों में पहुंच रहे हैं। अध्यापक वर्ग ठंड से बचने के लिए गर्म-गर्म चाय की चुस्कियां भर रहे हैं, जबकि विद्यार्थी वर्ग ठंड में क्लास रूम के अंदर कांप रहे हैं। बढ़ रही ठंड व शीत लहर के मद्देनजर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग पंजाब की तरफ से एक एडवाइजरी जारी की है।
गौरतलब है कि पंजाब में तापमान की गिरावट के देखते हुए खासकर बच्चों व बुजुर्गों को ठंड व शीत लहर से बचाव करने के लिए कहा गया है। ज्यादा देर तक ठंड के सम्पर्क में रहने से बीमारियों के होने का डर बना रहता है। फ्लू, नाक का बहना, हाईपोथर्मिया, फरौसटबाइट, हार्ट अटैक आदि। ठंड व कोहरे को लेकर मौसम विभाग ने पंजाब में आरेंज अलर्ट जारी किया है। शीत लहर की स्थित से खुद बचने के लिए अमृतसर के सिविल सर्जन डा. विजय कुमार द्वारा एडवाइजरी जारी की गई है व लोगों को ठंड में ध्यान रखना के लिए कहा गया है। मौसम विभाग के अनुसार ठंड का कहर लगातार जारी रहेगा, रविवार तक कोहरा व शीत लहर जारी रहेगी। इस दौरान लोगों को सावधान रहना चाहिए तथा अपना ध्यान खुद रखने के निर्देश दिए गए हैं। विभाग द्वारा लोगों को गाड़ी धीरे चलने व पैदल आदि रोड पर न चलने के लिए कहा गया है।
अध्यापक संगठनों की मांग, छुट्टियां आगे बढ़ाई जाएं
डैमोक्रेटिक टीचर फर्ट के प्रधान अश्वनी अवस्थी, गवर्नमैंट स्कूल टीचर यूनियन के नेता गुरदीप सिंह बाजवा ने कहा कि दिन-प्रतिदिन शीत लहर बढ़ रही है। सरकार द्वारा स्कूलों के छुट्टियों में तबदीली की गई है, परंतु अब ठंड बढ़ रही है। सरकार को ठंड के मद्देनजर अब छुट्टियां आगे बढ़ानी चाहिए, ताकि कोई अनहोनी घटना न हो जाए। कई जिलों में भयंकर धुंध पड़ रही है व बच्चे भी काफी बीमार हो रहे हैं। पिछले वर्ष भी धुंध के कारण कई अध्यापकों की कीमती जान चली गई थी व कई अध्यापक जख्मी भी हो गए थे। सरकार को समय रहते सर्दी को देखते हुए तुरंत छुट्टियां आगे बढ़ानी चाहिए व जब तक मौसम ठीक नहीं होता, तब तक छुट्टियां का ऐलान करना चाहिए।
मरीजों में बढ़ी क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज
सरकारी टी.बी. अस्पताल के मुखी डा. नवीन पांधी ने बताया कि सर्दियों में राइनो वायरस की सक्रियता बढ़ जाती है। इससे खांसी, जुकाम के साथ फैफड़ों में इंफैक्शन और सांस की नली में सूजन से सांस फूलने (क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज-सी.ओ.पी.डी.) की दिक्कत बढ़ जाती हैै। इसके अलावा ठंड बढ़ने से हाइपोथर्मिया होने का डर रहता है। इस बीमारी में ब्लड प्रेशर कम होने और शरीर के विभिन्न अंगों के ठीक से काम करने में परेशानी होने लगती है। ठंड में खून की नसें सिकुड़ने की वजह से ब्लड प्रैशर बढ़ने से हार्ट अटैक का डर भी रहता है। उन्होंने लोगों को स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस की पालना करने की अपील की है व कोई भी संकेत आने पर तुरंत सरकारी अस्पताल में उपचार करवाने के लिए कहा है। उनके अनुसार इन दोनों बच्चे तथा बुजुर्ग बड़ी तादाद में बीमार हो रहे हैं तथा सरकारी अस्पताल में भी ओ.पी.डी. में इन लोगों की संख्या बढ़ रही है। लोगों को सावधानियां बरतनी चाहिए व कोरोना वायरस तथा स्वाइन फ्लू के मद्देनजर सरकार द्वारा जारी निर्देशों की पालना करनी चाहिए।
रूम हीटर का अधिक प्रयोग सांस रोगियों के लिए पैदा करता है दिक्कत
इंडियन मैडीकल संगठन के टी.बी. प्रोग्राम के नोडल अधिकारी डा. नरेश ने बताया कि सांस रोगियों के लिए बंद कमरे में रूम हीटर का प्रयोग करना घातक साबित हो सकता है। बुजुर्गों व बच्चों को अपनी छाती को गर्म रखने चाहिए तथा घर से बाहर निकलने से गुरेज करना चाहिए। हृदय रोगियों को सुबह की सैर नहीं करनी चाहिए तथा शरीर में कोई भी बदलाव आता है तो तुरंत डाक्टर से संपर्क करना चाहिए। लोगों को स्वास्थ्य विभाग की गाइडलाइंस की पालना करनी चाहिए। खांसी, जुकाम, बुखार अधिकतर समय रहने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करके टैस्ट करवाना चाहिए। इन दिनों टी.बी. की बीमारी भी ज्यादा फैलती है, क्योंकि एक-दूसरे से हवा के माध्यम वायरस फैलता है तथा सर्दी के कारण कमरे को बंद करके रखा जाता है। बीमारी के संपर्क में आया मरीज बंद कमरे में यदि खांसी करता है तो अन्य लोगों को भी उक्त बीमारी के ग्रिफ्त में आ सकते हैं, इसलिए सर्दी में लोग अपनी इम्यूनिटी बनाए रखें व अधिकतर खांसी आने पर डॉक्टर से संपर्क करें।
ठंड में लंबे समय तक बीमार रहने वाले लोग करें डाक्टर से संपर्क
इंडियन मैडीकल एसोसिएशन के मैंबर डा. रजनीश शर्मा के अनुसार लंबे समय तक ठंड में रहने से विभिन्न बीमारियां जैसे फ्लू, नाक का बहना आदि लक्षण होने पर डाक्टर से सम्पर्क करें। शीत लहर के दौरान मौसम की जानकारी संकटकालीन प्रक्रिया की जानकारी का ध्यान से पालन करें और सलाह के अनुसार काम करें। संभव हो सके तो घर के अंदर ही रहें और ठंड में यात्रा कम से कम करें। जितना ज्यादा हो सके गर्म कपडे़ पहनकर रखें। अपने आपको सूखा रखें, यदि गीला हो तो अपने सिर, गर्दन, हाथ और पैर की उंगलियों को पर्याप्त रूप से ढकें क्योंकि शरीर के इन हिस्सों से ठंड का सबसे अधिक नुकसान होता है। दस्ताने को प्राथमिकता दें, दस्ताने अधिक गर्मी और इन्सुलेशन प्रदान करते हैं, क्योंकि उंगलियां अपनी गर्माहट सांझा। ठंड से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए टोपी और मफलर का उपयोग करें, इंसुलेटेड वॉटरप्रूफ जूते पहनें। शरीर के तापमान को संतुलित बनाए रखने के लिए स्वस्थ भोजन खाएं।