कासगंज में SHO को लगी गोली, दो पक्षों का विवाद सुलझाने पहुंची थी पुलिस
एटा: उत्तर प्रदेश में एटा से सटे कासगंज जिले के सिकंदरपुर क्षेत्र में बुधवार को गोली चलने की सूचना मिलने पर पहुंचे कोतवाल गोली लगने से घायल हो गए। उन्हें गंभीर हालत में अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज ले जाया गया है। कासगंज के पुलिस अधीक्षक सौरभ दीक्षित ने बताया कि सिकंदरपुर के थानाध्यक्ष हरिभान सिंह नरपत गांव में दो पक्षों के बीच खेत में पशु घुसने को लेकर हुए विवाद के बाद गोली चलने की सूचना मिलने पर पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे थे। उस समय दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी चल रही थी।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, दीक्षित ने बताया कि हरिभान सिंह ने मौके से उपद्रव मचा रहे लोगों को रोकने का प्रयास किया, इसी बीच वह भी गोली लगने से घायल हो गए। उन्होंने बताया कि थानाध्यक्ष के घायल होने बाद फायरिंग कर रहे लोग भाग गए। उन्होंने बताया कि घायल थाना अध्यक्ष को गंभीर हालत में अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने गोली कांड की घटना में शामिल लोगों की गिरफ्तारी के लिए कई टीम गठित की हैं।
भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने वाराणसी अदालत से ज्ञानवापी सर्वेक्षण रिपोर्ट को चार और सप्ताह तक सार्वजनिक न करने का बुधवार को आग्रह किया। यह जानकारी हिंदू पक्ष के वकील ने दी। हिंदू पक्ष के वकील मदन मोहन यादव के मुताबिक, वाराणसी जिला अदालत के न्यायाधीश एके विश्वेश ने मामले को गुरुवार तक के लिए स्थगित कर दिया। एएसआई ने 18 दिसंबर को जिला अदालत में ज्ञानवापी मस्जिद परिसर पर अपनी सर्वेक्षण रिपोर्ट सीलबंद लिफाफे में दाखिल की थी। याचिकाकर्ताओं ने दावा किया था कि 17वीं सदी की मस्जिद का निर्माण पहले से मौजूद मंदिर के ऊपर किया गया था, जिसके बाद अदालत ने सर्वेक्षण का आदेश दिया था।