एसजीपीसी गुरुद्वारा शहीद गंज बाबा दीप सिंह से अपने वेब चैनल पर गुरबानी का प्रसारण करेगी : धामी
अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी की अध्यक्षता में शुक्रवार को यहां हुई कार्यकारिणी की बैठक में गुरुद्वारा साहिबों में सिरोपाओ (सम्मान की पोशाक) देने की प्रथा को बंद करने और इससे होने वाली वित्तीय बचत का उपयोग करने का निर्णय लिया गया।इस निर्णय के तहत, सिरोपाओ देने के सामान्य उपयोग पर प्रतिबंध लगाते हुए, इसे केवल धार्मिक हस्तियों, नगर कीर्तन (धार्मिक जुलूस) के दौरान पंज प्यारों (पांच प्यारे), रागियों और धार्मिक उपदेशकों तक ही सीमित रखा गया है। इसके साथ ही कई अन्य महत्वपूर्ण फैसलों पर भी मुहर लगी। कार्यकारिणी की बैठक के बाद धामी ने कहा कि सिरोपाओ के उपयोग के बारे में सैद्धांतिक निर्णय के अलावा, गुरुद्वारा शहीद गंज बाबा दीप सिंह से एसजीपीसी के वेब चैनलों (यूट्यूब और फेसबुक आदि) पर गुरबानी का प्रसारण शुरू करने को भी मंजूरी दी गयी। उन्होंने कहा कि गुरुद्वारा शहीद गंज बाबा दीप सिंह जी के प्रति संगत की बहुत श्रद्धा है। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी का वेब चैनल स्थापित होने से संगत यहां से नियमित रूप से गुरबाणी का सीधा प्रसारण देख व सुन सकेगी।उन्होंने यह भी कहा कि सचखंड श्री हरमंदिर साहिब में आधुनिक तकनीक का साउंड सिस्टम भी लगाया जाएगा । धामी ने कहा कि 1984 में सचखंड श्री हरमंदिर साहिब और श्री अकाल तख्त साहिब पर हुए सैन्य हमले का बदला लेने वाली शहीद भाई बेअंत सिंह की बहू बीबी संदीप कौर को भी एसजीपीसी में नौकरी देने का फैसला किया गया है।
एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि जांच समिति ने हाल ही में सुल्तानपुर लोधी में गुरुद्वारा अकाल बुंगा साहिब छौनी निहंग सिंघान में पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी और गुरुद्वारे में प्रवेश करके मर्यादा (आचार संहिता) के उल्लंघन के मामले पर भी अपनी रिपोर्ट सौंपी है। कार्यकारी कमेटी की ओर से यह रिपोर्ट श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को भेज दी गयी है। रिपोर्ट की संक्षिप्त जानकारी देते हुए एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि पुलिस द्वारा गुरुद्वारा साहिब पर एक हजार से अधिक गोलियां चलाई गईं।उन्होंने कहा कि जांच समिति ने निहंग संगठनों के प्रमुखों सहित विभिन्न लोगों के बयान दर्ज किये हैं, लेकिन सरकारी अधिकारी बयान देने से इनकार कर रहे हैं। उपायुक्त ने जांच समिति के समक्ष बयान दर्ज करने से इनकार कर दिया है, जबकि एसएसपी ने कई पत्रों और दौरों का जवाब नहीं दिया है।उन्होंने कहा कि फैसले के लिए श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को रिपोर्ट भेज दीगयी है।बलवंत सिंह राजोआना और अन्य सिख कैदियों के मामले में गठित पांच सदस्यीय कमेटी की कार्रवाई के बारे में धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात के लिये समय मांगा गया था, लेकिन उन्होंने गृह मंत्री से संपर्क करने को कहा है।
उन्होंने कहा कि इसे देखते हुये, श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार से अपील के बाद, उन्होंने केंद्र सरकार के साथ बातचीत करने का समय 31 दिसंबर, 2023 से बढ़ाकर 27 जनवरी, 2024 कर दिया है। उन्होंने कहा कि पांच सदस्यीय समिति है पूरी लगन से काम कर रहे हैं और उम्मीद है कि जल्द ही केंद्र सरकार से बातचीत होगी। धामी ने कहा कि कार्यकारिणी ने 17 जनवरी, 2024 को तख्त श्री दमदमा साहिब में खालसा की भव्यता के साथ श्री गुरु गोबिंद सिंह जी के प्रकाश गुरुपर्व (जन्मोत्सव) को मनाने के लिए कार्यक्रमों की रूपरेखा को भी अंतिम रूप दे दिया है। उन्होंने कहा कि हालांकि दसवें गुरु का प्रकाश गुरुपर्व तख्त श्री पटना साहिब में बड़े पैमाने पर मनायाजाता है, लेकिन संगत की भावनाओं के अनुरूप पंजाब में भी इसे बड़े पैमाने पर मनायाजा रहा है।उन्होंने कहा कि मुख्य समारोह के अलावा 10 जनवरी को तख्त श्री केसगढ़ साहिब से एक भव्य नगर कीर्तन शुरू किया जाएगा, जो श्री गुरु गोबिंद सिंह मार्ग से होते हुए 16 जनवरी को तख्त श्री दमदमा साहिब में संपन्न होगा। तख्त श्री दमदमा साहिब के पूर्व जत्थेदार और पूर्व एसजीपीसी सदस्य ज्ञानी बलवंत सिंह नंदगढ़ के निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए एक शोक प्रस्ताव पारित किया गया।