स्वास्थ्य, कृषि, जलवायु और अंतरिक्ष टेक्नोलॉजी को आगे बढ़ाने के लिए साथ आएंगे 23 IIT
नई दिल्ली : सस्ती स्वास्थ्य सेवा, कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, जलवायु परिवर्तन, ई-परिवहन, स्वच्छ ऊर्जा सहित सस्टेनेबल टेक्नोलॉजी, रक्षा और अंतरिक्ष इंडस्ट्री 4.0 को आगे बढ़ाने के लिए देश के सभी 23 आईआईटी एक मंच पर आ रहे हैं। आईआईटी हैदराबाद शिक्षा मंत्रालय के अग्रणी कार्यक्रम इन्वेंटिव-2024 का 19 और 20 जनवरी 2024 को आयोजन करेगा।
इस विशाल शोध और विकास (आर एंड डी) सम्मेलन में यह पांचों महत्वपूर्ण विषय रखे जाएंगे। इस दौरान केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान भी मौजूद रहेंगे। धर्मेन्द्र प्रधान का कहना है, “इन्वेंटिव-2024 के पीछे हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘जन अनुसंधान’ के मंत्र की प्रेरणा है। यह देश के अंदर अनुसंधान और नवाचार के इकोसिस्टम को मजबूत करने के एकजुट प्रयास की खास पहल है।
इन्वेंटिव-2024 के दूसरे संस्करण का आयोजन आईआईटी हैदराबाद कर रहा है, जिसमें एक बार फिर नवाचार और उद्यमिता का उत्साह दिखेगा तथा उद्योग और शिक्षा जगत एकजुट हो कर आत्मनिर्भर और विकसित भारत बनाने की नई रूपरेखा तय करेंगे।”
इन्वेंटिव-2024 में 23 आईआईटी के अलावा, एनआईटी, आईआईएसईआर, आईआईआईटी, आईआईएससी बैंगलोर जैसे प्रमुख उच्च शिक्षा संस्थान और देश के शीर्ष 50 एनआईआरएफ-रैंक वाले इंजीनियरिंग संस्थान अपने अनुकरणीय कार्यों की प्रदर्शनी करेंगे। यहां 53 प्रौद्योगिकी संस्थानों के 120 बेहतरीन इनोवेशन पेश किए जाएंगे।
आईआईटी हैदराबाद के निदेशक प्रो. बी.एस. मूर्ति ने बताया, “उद्योग जगत के प्रतिभागी इन प्रौद्योगिकियों के आविष्कारकों के साथ हाथ मिलाएंगे। इससे देश को इनका व्यावसायिक लाभ मिलेगा। इससे न केवल आत्मनिर्भर भारत बनेगा बल्कि अधिकतर कार्य क्षेत्रों में ग्लोबल प्लेयर और कुछ में ग्लोबल लीडर भी बनेंगे।”
इन्वेंटिव-2024 के पहले दिन 19 जनवरी 2024 को खास तौर से उद्योग जगत के प्रतिभागी आएंगे और अत्याधुनिक नवाचारों के बारे में गंभीरता से बात करेंगे। आयोजन का दूसरा दिन सार्वजनिक होगा। यह अधिक से अधिक लोगों के लिए प्रौद्योगिकी और अनुसंधान में हाल की उपलब्धियां देखने का अवसर होगा।
इससे पहले आईआईटी दिल्ली में 4 से 15 अक्टूबर, 2022 के बीच सभी 23 आईआईटी ने मिलकर जलवायु परिवर्तन, सस्टेनेबलिटी, स्मार्ट सिटी आर्किटेक्चर, ग्रामीण कृषि, सस्ती स्वास्थ्य सेवा और ड्रोन तकनीक पर कुल 75 अलग-अलग प्रौद्योगिकियों का प्रदर्शन किया था। इस कार्यक्रम में 3,000 से अधिक लोग उपस्थित थे। इनमें उद्योग जगत, सरकार, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों के प्रतिभागी भी शामिल थे।