जज के सामने रोने लगे जेट एयरवेज के फाउंडर, बोले- ‘ऐसी स्थिति में जीने से बेहतर है, जेल में मर जाऊं’
नई दिल्ली: जेट एयरवेज के फाउंडर नरेश गोयल ने हाथ जोड़कर कोर्ट से कहा है कि उन्होंने लाइफ की हर उम्मीद खो दी है और ऐसे में जीने से बेहतर जेल में मर जाना है। शनिवार को मुंबई की एक स्पेशल कोर्ट में पेशी के दौरान भावुक हुए गोयल ने यह बात कही। नरेश गोयल 538 करोड़ रुपए के केनरा बैंक धोखाधड़ी मामले में जेल में हैं। ईडी ने कथित बैंक धोखाधड़ी मामले में नरेश गोयल को पिछले साल 1 सितंबर को गिरफ्तार किया था। गोयल इस समय मुंबई की आर्थर रोड जेल में न्यायिक हिरासत में हैं। शनिवार को हुई पेशी के दौरान गोयल की आंखों में आंसू आ गए थे। कोर्ट रिकॉर्ड के अनुसार उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी पत्नी अनीता को बहुत मिस करता हूं, जो कैंसर की लास्ट स्टेज में है। मैं जीवन की हर उम्मीद खो चुका हूं और ऐसी स्थिति में जीने से बेहतर है, जेल में मर जाऊं।’
गोयल ने कोर्ट को बताया कि उनकी हेल्थ बहुत खराब है। पेशी के दौरान वे कांप भी रहे थे। इस पर कोर्ट ने कहा कि उनकी हेल्थ का पूरा ध्यान रखा जाएगा और उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। जेट एयरवेज के फाउंडर ने स्पेशल कोर्ट में जमानत याचिका दायर की थी। साथ ही गोयल ने जज से कुछ मिनट की व्यक्तिगत सुनवाई का अनुरोध भी किया था, जिसे जज ने मान लिया।
विशेष न्यायाधीश एम जी देशपांडे ने बताया, ‘मैंने गोयल को ध्यान से सुना। उनका शरीर कांप रहा था। उन्हें खड़े होने के लिए मदद की जरूरत पड़ रही थी। गोयल ने बताया कि उनके घुटनों में सूजन और दर्द है, जिससे वे उन्हें मोड़ नहीं पाते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें पेशाब करते समय भी बड़ा दर्द होता है और कभी कभी इसके साथ खून भी निकलता है। गोयल ने कोर्ट को बताया कि अधिकतर बार उन्हें हेल्प नहीं मिल पाती है। जेल स्टाफ की भी मदद करने की अपनी लिमिटेशन है।’
गोयल ने कोर्ट से कहा, ‘मैं काफी कमजोर हो गया हूं और मुझे जेजे अस्पताल रेफर करने का कोई मतलब नहीं है। जेल से अस्पताल तक की यात्रा थकाऊ है, जिसे मैं सहन नहीं कर सकता। अस्पताल में मरीजों की लंबी लाइन लगी रहती है। मुझे जेजे अस्पताल नहीं भेजा जाए और जेल में ही मरने दिया जाए।’ गोयल का बयान सुनने के बाद कोर्ट ने कहा कि उनके स्वास्थ्य का पूरा ध्यान रखा जाएगा और उन्हें हरसंभव मदद दी जाएगी।