–दस्तक ब्यूरो, देहरादून
देहरादून में आयोजित दो दिवसीय ग्लोबल इन्वेस्टर समिट 8 दिसंबर को राज्य में निवेश का बड़ा रिकॉर्ड बनाने के साथ संपन्न हुआ। समिट का शुभारंभ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया। पीएम मोदी ने उत्तराखंड से अपने आध्यात्मिक लगाव को पुन: साझा करते हुए कहा कि अब वह देवभूमि उत्तराखंड की समृद्धि में अपना योगदान देना चाहते हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देश-विदेश के बड़े निवेशकों से उत्तराखंड में ज्यादा से ज्यादा निवेश करने की अपील की, जिसका प्रभाव रहा कि 3.5 लाख करोड़ के एमओयू साइन हो सके, इसमें 44 हजार करोड़ रुपये के निवेश ग्रार्उंंडग के लिए तैयार हैं और 24 हजार करोड़ के निवेश पर काम भी शुरू हो चुका है। यह प्रदेश के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा निवेश है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने पीएम मोदी के ‘वाइब्रेंट गुजरात’ मॉडल से प्रेरणा लेकर ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ मॉडल प्रस्तुत किया, जो उत्तराखंड को देश का सबसे संपन्न राज्य बनाएगा। ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रस्तुत ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ मॉडल की देशभर में चर्चाएं हो रही हैं। खास बात यह भी कि सीएम धामी का यह मॉडल पीएम नरेंद्र मोदी के ‘वाइब्रेंट गुजरात‘ से प्रेरित है। सीएम धामी मानते हैं कि ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’, समृद्ध उत्तराखंड का आधार बनेगा। आइये समझते हैं सीएम धामी का
‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ क्यों है खास?
दरअसल, सीएम पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश के विकास मॉडल का नाम ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ रखा जाना दूरदर्शिता का प्रमाण है। डेस्टिनेशन उत्तराखंड प्रदेश की सभी जटिल समस्याओं एवं चुनौतियों का समाधान देने में सक्षम होगा, जिन्हें राज्य गठन के बाद से अब तक हासिल नहीं किया जा सका है। डेस्टिनेशन उत्तराखंड विभिन्न क्षेत्रों में उत्तराखंड को सर्वश्रेष्ठ गंतव्य (मंजिल) के रूप में स्थापित करने पर जोर देता है, जिसमें न सिर्फ उत्तराखंड में निवेशकों को आकर्षित करने तक सीमित रहा जायेगा, बल्कि अनेक क्षेत्रों में विकास हेतु आवश्यक उपाय भी किये जाएंगे। इस तरह ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ राज्य के अनेक क्षेत्रों में आर्थिक क्रांति लाने में सक्षम होगा। डेस्टिनेशन उत्तराखंड के मुख्य आधार निम्न हैं-
अर्थव्यवस्था की रीढ़ बनेगा पर्यटन
‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ प्रदेश को सबसे पसंदीदा पर्यटन स्थल के रूप में स्थापित करने पर विशेष बल देता है। सीएम पुष्कर सिंह धामी चाहते हैं कि उत्तराखंड के प्रसिद्ध पर्यटन स्थलों का देश ही नहीं, दुनिया के देशों में प्रचार किया जाए, ताकि ज्यादा से ज्यादा विदेशी पर्यटक भी उत्तराखंड में आते रहें। विदेशी पर्यटकों के आने से प्रदेश के छोटे-बड़े व्यापारियों को लाभ होगा। वैसे तो पर्यटन उत्तराखंड की आर्थिकी में हमेशा से मुख्य योगदान देता रहा है, लेकिन ‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ इसमें कई गुना वृद्धि कर सकता है।
उद्योग और सेवा क्षेत्र में तेजी लायेगा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह ने ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के दौरान उत्तराखंड को देश का सबसे सुरक्षित निवेश स्थान बताया है। डेस्टिनेशन उत्तराखंड के तहत यही प्रयास रहेगा कि उत्तराखंड को देश-विदेश में निवेश के लिए आदर्श राज्य के रूप में प्रस्तुत किया जाए, ताकि यहां देश-विदेश से उद्योग और सेवा क्षेत्र में बड़ा निवेश आता रहे। उद्योग एवं सेवा क्षेत्र का विकास एवं विस्तार हो सके। यह सीएम धामी के अगले 5 वर्षों में अर्थव्यवस्था को दोगुना करने के लक्ष्य को भी हासिल करने में सहायता करेगा।
देश-विदेश के पूंजीपति उत्तराखंड में करेंगे वेडिंग
डेस्टिनेशन उत्तराखंड के अंतर्गत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेड इन इंडिया व बेस्ट प्लेस उत्तराखंड का नारा दिया। पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज देश के बड़े पूंजीपति पारिवारिक विवाह व अन्य कार्यक्रम विदेश में करते हैं और जब भगवान का आशीर्वाद चाहिए हो तो देवभूमि उत्तराखंड में आते हैं। उचित होगा कि आप सब देवताओं चरणों में विवाह जैसे मांगलिक कार्यक्रम संपन्न करें, यह आपका सौभाग्य होगा। पीएम मोदी ने कहा कि अगर उत्तराखंड व देश में बड़े र्वेंडग आयोजन होने लगे तो यह अर्थव्यवस्था को कई गुना तेजी देगा।
देश-दुनिया में छा जाएंगे उत्तराखंड के पहाड़ी उत्पाद
‘डेस्टिनेशन उत्तराखंड’ राज्य के पहाड़ी उत्पादों को प्रोत्साहन देता है। इसके तहत पीएम मोदी व सीएम धामी ने उत्तराखंड के उत्पादों को ‘हाउस आफ हिमालयाज’ ब्रांड नाम दिया है। इस ब्रांड के नाम से उत्तराखंड के मंडुआ, झंगोरा, मालटा, काष्ठ-ऊनी उत्पाद, कांस्य-ताम्र बर्तन, फार्मा उत्पाद को देश व दुनिया में बेचा जायेगा। इससे प्रदेश में उत्पादन को बढ़ावा मिलेगा। इसकी ब्र्रांंडग पर भी विशेष बल दिया जाएगा।
15 फरवरी तक निवेश के प्रस्तावों की ग्रार्उंंडग का लक्ष्य, होगी समीक्षा
सीएम धामी ने निवेश हेतु रिकॉर्ड 3.5 लाख करोड़ के एमओयू साइन तो किये ही, लेकिन यहीं चुप बैठने वाले नहीं हैं। सीएम ने शासन के उच्चाधिकारियों को सख्त निर्देश दिये हैं कि यह निवेश के लिए साइन हुए एमओयू को धरातल पर उतारने के लिए आवश्यक सुविधाएं एवं माहौल विकसित किया जाए। इसके लिए आगामी 15 फरवरी तक का समय दिया है। खास बात यह भी कि सीएम धामी ने निवेश की प्रगति की निगरानी हेतु हर महीने समीक्षा करने का बड़ा निर्णय भी लिया है। धामी ने कहा है कि निवेश से कितने रोजगार पैदा होंगे व पहाड़ में कितने उद्योग लगेंगे, इस संबंध में विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उपलब्ध करायें। जाहिर है कि सीएम धामी इस ग्लोबल इन्वेस्टर समिट को महज इवेंट तक सीमित रहने देना नहीं चाहते, बल्कि इसके उद्देश्य एवं लक्ष्यों की पूर्ति सुनिश्चित करना चाहते हैं। बता दें कि ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में कुल 3.56 लाख करोड़ के 1779 एमओयू हुए, जिनमें ऊर्जा के क्षेत्र में 1.03 लाख करोड़ के 157 व उद्योग विभाग से संबंधित 78 लाख करोड़ के 658 करार हैं। राज्य में निवेशकों की सुविधा के लिए उत्तराखंड सोसायटी फॉर प्रमोशन ऑफ इन्वेस्टमेंट, स्टार्टअप एंड एंटरप्रेन्योरशिप (यूके स्पाइस) का गठन किया जा रहा है।
धामी की कार्यशैली से प्रभावित दिखे मोदी व शाह
ग्लोबल इन्वेस्टर समिट में पहुंचे पीएम नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कार्यशैली से खासे प्रभावित दिखे। पीएम मोदी ने सिलक्यारा रेस्क्यू की सफलता के लिए जहां सीएम धामी की पीठ थपथपाई, वहीं, गृहमंत्री अमित शाह ने उत्तराखंड में भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के लिए सीएम धामी की खुलकर तारीफ की। अमित शाह ने कहा कि उत्तराखंड में कानून-व्यवस्था बेहद मजबूत है, उत्तराखंड देश का सबसे सुरक्षित राज्य है। इसलिए यह निवेशकों की पहली पसंद होनी चाहिए।
फिल्म शूटिंग में भी बनेगा बेस्ट डेस्टिनेशन
उत्तराखंड डेस्टिनेशन के तहत उत्तराखंड को फिल्म र्शूंटग के लिए भी बेस्ट डेस्टिनेशन के रूप में स्थापित करने की योजना है। पिछले 5-6 साल में उत्तराखंड में करन जौहर बैनर की ‘स्टूडेंट ऑफ द ईयर-2’, शाहिद कपूर की ‘बत्ती गुल-मीटर चालू’, आयुष्मान खुराना की ‘जोर लगाके अइशा..’ जैसी बड़ी बॉलीवुड फिल्में शूट हो चुकी हैं। इसके अलावा दक्षिण की भी कई फिल्में शूट की गईं, लेकिन यह संख्या बेहद सीमित रही हैं। इसमें निरंतरता नहीं देखी जा रही है। पिछले पूर्व सीएम त्रिवेंद्र्र ंसह रावत के कार्यकाल में इस पर ध्यान जरूर दिया गया था, लेकिन अपेक्षाकृत नतीजे नहीं मिले। अब सीएम धामी उत्तराखंड को बॉलीवुड व टॉलीवुड की फिल्मों का केंद्र बनाने में जुटे हैं। हाल ही में अभिनेता अनुपम खैर ने भी उत्तराखंड के सौंदर्य से प्रभावित होकर अपनी फिल्मों की र्शूंटग उत्तराखंड में करने की बात कही है। इस तरह डेस्टिनेशन उत्तराखंड प्रदेश को उत्पादन, सेवा, आयोजन, निवेश, पर्यटन व उपभोग के रूप में स्थापित करेगा जिससे प्रदेश अगले 5 वर्षों में दोगुनी अर्थव्यवस्था का लक्ष्य हासिल कर लेगा, साथ ही डेस्टिनेशन उत्तराखंड को इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार और उत्पादन, रोजगार, स्वरोजगार को बढ़ावा देकर पलायन जैसी गंभीर समस्याओं का समाधान देने में सक्षम माना जा सकता है।