महाराष्ट्र का पेंच टाइगर रिजर्व बना भारत का पहला डार्क स्काई पार्क
नई दिल्ली (विवेक ओझा): पर्यावरण से जुड़ी एक बड़ी खबर सामने आई है। महाराष्ट्र का पेंच टाइगर रिजर्व ( Pench Tiger Reserve) बना भारत का पहला डार्क स्काई पार्क ( Dark Sky Park) बन गया है। इस टाइगर रिजर्व के अंदर प्रकाश प्रदूषण ( light pollution) को दूर करना और आकाश की प्राकृतिक रोशनी को ही बढ़ावा देने के लिए यह डार्क स्काई रिजर्व बनाया गया है। पेंच टाइगर रिजर्व एशिया का पांचवा ऐसा टाइगर रिजर्व बना है जिसके अंदर डार्क स्काई रिजर्व बनाया गया है।
डार्क स्काई रिजर्व एस्ट्रोनॉमी ( Astronomy) को बढ़ावा देने के लिए बनाए जाते हैं। डार्क स्काई सेंचुरी में ऊर्जा खर्च किए बिना और दूसरे क्षेत्रों को प्रदूषित किए बगैर जरूरत के हिसाब से प्रकाश की प्राकृतिक व्यवस्था होती है। यहां रात के समय स्वाभाविक तौर पर अंधेरा होता है और सितारों की प्राकृतिक रोशनी होती है। इसका सबसे बड़ा लाभ ये होगा कि लोगों को धीरे धीरे समझ आ जायेगा कि जलवायु परिवर्तन , ग्लोबल वार्मिंग , प्रदूषण के चलते हमारे खगोलीय पिंडों की रोशनी धूमिल हो सकती है , दूधिया चाँदनी रात रफूचक्कर हो जाएगी। इसलिए एस्ट्रोटूरिज्म इस दिशा में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। पेंच में इससे एस्ट्रो टूरिज्म को भी बढ़ावा मिलेगा।
अगर डार्क स्काई पार्क नहीं बल्कि भारत के पहले डार्क स्काई रिजर्व की बात करें तो यह लद्दाख में बनाया जा रहा है। चूंकि लद्दाख एक शीत मरुस्थल है इसलिए यहाँ बिना किसी बाधा के खगोलिय अवलोकन करने में मदद रहती है। खगोल पर्यटन यानी एस्ट्रो टूरिज़्म को अगर ठीक तरीके से बढ़ावा दिया जाय तो भारत के सबसे युवा संघ शासित प्रदेश लद्दाख के स्थानीय पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है।
भारत के पहले डार्क स्काई रिजर्व के गठन को लेकर एक त्रिपक्षीय समझौता हुआ है। यह समझौता बेंगलुरु स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स, लद्दाख यूनियन टेरिटरी एडमिनिस्ट्रेशन और लद्दाख ऑटोनोमस हिल डेवलपमेंट कॉउन्सिल के बीच हुआ है। इस समझौते पर हस्ताक्षर के दौरान लद्दाख के लेफ्टिनेंट गवर्नर ,लद्दाख के सांसद और इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ एस्ट्रोफिजिक्स के डायरेक्टर उपस्थित थे। इसके साथ ही हनले स्थित चांगथांग वन्यजीव अभ्यारण्य को भारत का पहला डार्क स्काई रिजर्व बनाया जाएगा।