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जाट OBC आरक्षण: नेताओं ने ठुकराया सरकार का प्रस्ताव, कहा- जारी रहेगा आंदोलन

103878-haryanaदस्तक टाइम्स एजेंसी/ चंढीगढ़: जाटों के लिए ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की मांग कर रहे जाट नेताओं ने हरियाणा सरकार की ओर से दिए गए प्रस्ताव को ठुकरा दिया और कहा कि उनका आंदोलन मांग पूरी होने तक जारी रहेगा।

 ऑल इंडिया जाट आरक्षण संगठन समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष यशपाल मलिक ने कहा, हरियाणा सरकार की ओर से कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया गया है। भाजपा सरकार जाटों को मूर्ख बनाने का प्रयास कर रही है क्योंकि जाटों को आरक्षण देने के संदर्भ में उसके इरादे ठीक नहीं हैं। सर्वदलीय बैठक के बाद हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि जाट को आरक्षण देने के लिए बिल का मसौदा तैयार करेगी और इस संदर्भ में सभी दलों से सुझाव मांगे हैं। मलिक ने कहा, जाटों को आरक्षण देने में सिर्फ मुख्यमंत्री को समस्या है। भाजपा में शेष नेता आरक्षण देन के पक्ष में हैं। उन्होंने आरोप लगाया, खट्टर की जातिवादी मानसिकता है क्योंकि वह जाट नहीं है। वह खुद को गैर जाट नेता के तौर पर साबित करने का प्रयास कर रहे हैं।

हरियाणा में ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की मांग को लेकर जाटों का आंदोलन हिंसक होने के बाद शुक्रवार को राज्य के नौ जिलों में सेना बुला ली गयी और रोहतक तथा भिवानी में कर्फ्यू लगाने के साथ ही हिंसा भड़काने वालों को देखते ही गोली मारने के आदेश जारी कर दिए गए हैं। हिंसक भीड़ द्वारा राज्य के विभिन्न हिस्सों में की गयी आगजनी के दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गयी और 25 अन्य घायल हो गए। केंद्र ने भी 3,300 अर्धसैनिक बलों को हरियाणा भेज दिया। रोहतक में हिंसक भीड़ ने कुछ पुलिसकर्मियों को बंधक बनाने के साथ ही राज्य के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु के घर को आग लगा दी और रोहतक, झज्जर, हांसी तथा कई अन्य जगहों पर कई सरकारी और निजी संपत्तियों को को भी आग के हवाले कर दिया गया।

राज्यभर में कल स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया गया है और साथ ही सभी जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गयी हैं। आर्थिक रूप से पिछड़ा वर्ग में आरक्षण की मांग कर रहे आंदोलनकारियों ने हिसार और रोहतक में टोल प्लाजा समेत पुलिस और निजी वाहनों, इमारतों, कार्यालयों को भी निशाना बनाया। दोनों टोल प्लाजा दिल्ली-हिसार-फाजिल्का राष्ट्रीय राजमार्ग पर पड़ते हैं।

हरियाणा के डीजीपी यशपाल सिंघल ने चंडीगढ़ में एक संवाददाता सम्मेलन में बताया कि तोड़फोड़ पर उतारू भीड़ में से किसी व्यक्ति द्वारा चलायी गयी गोली में घायल हुए बीएसएफ जवान द्वारा आत्मरक्षा में चलायी गयी गोली से एक व्यक्ति मारा गया। रोहतक के उपायुक्त डी के बेहरा ने देर शाम बताया कि केवल एक व्यक्ति की मौत हुई है और तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। 

रोहतक स्थित पंडित भगवत दयाल शर्मा यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के वाइस चांसलर ओ पी कालरा ने भी बताया कि केवल एक व्यक्ति की मौत हुई है। उन्होंने बताया,  अधिक लोगों की मौत केवल अफवाह है। केवल एक व्यक्ति मारा गया है और उसे यहां मृत अवस्था में ही अस्पताल में लाया गया था। उन्होंने बताया कि कुल 62 मरीजों को उपचार के लिए पीजीआईएमएस में भर्ती कराया गया था जिनमें से 22 गोली लगने से घायल हुए थे जबकि बाकी को शारीरिक चोटें थीं।

कालरा ने बताया कि कुल मरीजों में से तीन की हालत गंभीर है जिन्हें आईसीयू में रखा गया है। एक मरीज को सिर में चोट है जबकि दो को पेट में गोली लगी है। घायलों में पांच सुरक्षाकर्मी भी हैं। राज्य पुलिस प्रमुख ने बताया कि हालात के बेकाबू होने के चलते हिंसा से सर्वाधिक प्रभावित आठ जिलों रोहतक, झज्जर, जींद, भिवानी, हिसार, कैथल, पानीपत और सोनीपत में सेना को बुला लिया गया है।

दिल्ली में सेना सूत्रों ने सेना के नौ कालम भेजे जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि करनाल में भी सेना भेजी जा रही है। एक सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि रोहतक और भिवानी के शहरी इलाकों की सीमाओं के भीतर कर्फ्यू लगा दिया गया है। पिछले कुछ दिनों से जारी आंदोलन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा सर्वदलीय बैठक में आंदोलन को खत्म करने की अपील करते हुए जारी किए गए बयान के तुरंत बाद हिंसक हो गया। प्रदर्शनकारियों ने इस अपील को खारिज कर दिया। हालांकि खट्टर ने आश्वासन दिया था कि समुदाय को आरक्षण मुहैया कराने के लिए एक समाधान निकाला जाएगा।

रोहतक से करीब 50 किलोमीटर दूर हिसार छावनी से सेना की यूनिटों को रोहतक भेजा गया है और सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि इन्हें रोहतक और भिवानी के इलाकों में तुरंत तैनात किया जाएगा।

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