किस समय पहननी चाहिए तुलसी की माला? जानिए नियम
नई दिल्ली : हिंदू धर्म में तुलसी का काफी महत्व है. तुलसी की माला पहनने से मनुष्य को अनेक तरह के लाभ प्राप्त हो सकते हैं. तुलसी की माला से भगवान विष्णु के मंत्र का जाप विशेष फलदायी माना गया है. यदि तुलसी की माला को गले में धारण किया जाए तो मन और आत्मा दोनों पवित्र हो जाते हैं.
तुलसी का पौधा हिंदू धर्म में एक पवित्र पौधे के रूप में पूजा जाता है. इसे देवी लक्ष्मी का अवतार कहा जाता है. तुलसी माला पहनने से मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है. तुलसी की माला पहनने से मन शांत होता है. इससे चिंता, तनाव और मानसिक समस्याओं से राहत मिलती है. तुलसी की माला पहनने से भाग्य में वृद्धि होती है. इससे व्यक्ति के जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता आती है. तुलसी की माला पहनने से नकारात्मक ऊर्जा का नाश होता है. इससे व्यक्ति को बुरी नजर और टोना-टोटका से बचाव मिलता है.
तुलसी की माला धारण करने से पहले उसे गंगाजल से धो लेना चाहिए और सूखने के बाद ही धारण करना चाहिए. जो लोग तुलसी की माला धारण करते हैं, उन्हें रोजाना जाप करना होता है. इससे भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है. जो लोग तुलसी की माला धारण करते हैं उन्हें सात्विक भोजन करना चाहिए. प्याज, लहसुन, मांस मछली आदि चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए.
तुलसी की माला पहनने के लिए सबसे अच्छा समय सुबह के समय होता है. सुबह जल्दी उठकर स्नान करने के बाद तुलसी की माला धारण करना चाहिए. इस समय तुलसी की माला का प्रभाव सबसे अधिक होता है.
तुलसी की माला पहनने से व्यक्ति के शरीर से नकारात्मक ऊर्जा निकल जाती है. वह सदैव खुश रहते हैं. तुलसी की माला पहनने से व्यक्ति के आत्मविश्वास में वृद्धि होती है और वह अपने हर कार्यों में सफलता प्राप्त करता है. तुलसी की माला से व्यक्ति के जीवन में शांति, समृद्धि और सफलता आती है. यदि आप भी तुलसी की माला धारण करना चाहते हैं तो इन नियमों का पालन अवश्य करें.