अन्तर्राष्ट्रीय

NASA की नौकरी छोड़ किया UPSC का रुख, कई असफलता के बावजूद, अंत में IPS बन पूरा किया सपना

नई दिल्‍ली : यूपी के बुलंदशहर की एक बुजुर्ग महिला को बिजली का कनेक्शन दिलाने में मदद करने के बाद आईपीएस अनुकृति शर्मा को सोशल मीडिया पर काफी सराहना मिली. जहां कई लोग आईपीएस में शामिल होने के बाद अनुकृति शर्मा की यात्रा के बारे में जानते हैं, वहीं कम ही लोग उनकी यहां तक पहुंचने की उल्लेखनीय सफलता के बारे में जानते होंगे. इसलिए आज हम बताएंगे कि कैसे अनुकृति शर्मा कई असफलताओं के बावजूद आईपीएस में शामिल होने के अपने प्रयास में सफल रहीं.

साल 2020 बैच की आईपीएस अधिकारी अनुकृति शर्मा राजस्थान के शहर अजमेर की रहमे वाली हैं. उनकी मां एक शिक्षिका थीं, जबकि उनके पिता 20 पॉइंट डिपार्टमेंट में कार्यरत थे. अनुकृति ने अपनी स्कूली शिक्षा जयपुर के इंडो भारत इंटरनेशनल स्कूल से पूरी की है. इसके बाद, वह कोलकाता में भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थान चली गईं और BSMS की पढ़ाई की.

अनुकृति की मुलाकात बनारस के वैभव मिश्रा से तब हुई जब वह एक छात्रा थीं. धीरे-धीरे उनकी दोस्ती मजबूत हुई और प्यार में बदल गई. दोनों को साल 2012 में ह्यूस्टन, टेक्सास में राइस यूनिवर्सिटी में पीएचडी कार्यक्रम के लिए चुना गया. वैभव ने अनुकृति को अपने साथ अमेरिका ले जाने की इच्छा जताई. लेकिन उनके परिवार ने उन्हें पहले शादी करने की सलाह दी. नतीजतन, उन्होंने साल 2013 में शादी कर ली।

अनुकृति का दावा है कि अपनी Ph.D. की पढ़ाई के दौरान अमेरिका में उन्हें एक नौकरी का प्रस्ताव मिला. उन्हें ज्वालामुखी पर शोध करने के लिए नासा द्वारा नियुक्त किया गया था. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, उनके मुताबिक, वे दोनों प्रति माह 2 लाख रुपये से अधिक कमा रहे थे. हालांकि, वह कुछ समय बाद भारत वापस लौट आई. अनुकृति ने साल 2014 की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (NET) जूनियर रिसर्च फेलोशिप (JRF) परीक्षा में 23वां स्थान अर्जित किया, जबकि उनके पति वैभव मिश्रा ने परीक्षा में टॉप किया था.

इसके बाद अनुकृति और उनके पति वैभव ने बनारस में रहकर सिविल सर्विस की तैयारी शुरू की. यूपीएससी की तैयारी के दौरान अनुकृति और उनके पति ने एक-दूसरे की मदद की. अनुकृति और उनके पति वैभव ने साल 2015 में पहली बार परीक्षा दी थी. लेकिन अनुकृति केवल प्रीलिम्स ही पास कर पाईं लेकिन मेंस नहीं. वहीं, अपने दूसरे प्रयास में वह प्रीलिम्स भी पास नहीं कर पाईं. इसके बाद वह अपने तीसरे प्रयास में इंटरव्यू राउंड तक पहुंच गईं, लेकिन वह मेरिट लिस्ट में अपनी जगह नहीं बना पाईं.

साल 2018 में अपने चौथे प्रयास में 355वीं रैंक हासिल करने के बाद अनुकृति को भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के लिए चुना गया था. लेकिन उनका लक्ष्य आईपीएस बनने का था. इसलिए साल 2020 में पांचवीं बार यूपीएससी के लिए आवेदन करने के बाद अनुकृति आईपीएस अधिकारी बन गईं. इसके बाद उन्होंने लखनऊ में ट्रेनी आईपीएस के रूप में कार्य किया. आईपीएस अनुकृति शर्मा अब बुलंदशहर के सहायक पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यरत हैं. अनुकृति के पति वैभव दिल्ली की एक कोचिंग में शिक्षक के रूप में काम करते हैं.

Related Articles

Back to top button