चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में राज्य सरकार ने पिछले 9 सालों में प्रदेश को लगातार विकास के पथ पर आगे ले जाने का कार्य किया है। इसी कड़ी में एक बार फिर मुख्यमंत्री प्रदेशवासियों को विकास परियोजनाओं की सौगात देने जा रहे हैं। 24 जनवरी को जिला हिसार से मुख्यमंत्री वर्चुअली लगभग 2000 करोड़ रुपये से अधिक की 146 परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे।
ये परियोजनाएं शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली और सिंचाई एवं जल प्रबंधन पर केंद्रित हैं। इन परियोजनाओं में 1370 करोड़ रुपये की 75 परियोजनाओं का शिलान्यास तथा 712 करोड़ रुपये की 71 परियोजनाओं का उद्घाटन शामिल है। मुख्यमंत्री द्वारा 10 बड़ी परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास किया जाएगा। शेष परियोजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास अन्य जिलों में केंद्रीय मंत्री, हरियाणा कैबिनेट मंत्रियों, सांसदों व विधायकों द्वारा किया जाएगा।
बड़ी परियोजनाओं में लगभग 333 करोड़ रुपये की लागत से सेक्टर-78, फरीदाबाद में अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर के नए भवन का निर्माण, लगभग 185 करोड़ रुपये की लागत से पंजाब सीमा से रतिया-फतेहाबाद-भट्टू-भादरा से राजस्थान सीमा तक बुढलाडा सड़क का सुदृढ़ीकरण व चौड़ीकरण, लगभग 86 करोड़ रुपये की लागत से रेवाड़ी-नारनौल रेलवे लाइन पर 4 लेन आरओबी का निर्माण, लगभग 76 करोड़ रुपये की लागत से सनोली-पानीपत रोड (जीटी रोड एनएच-44) तक का सुधार कार्य, लगभग 60 करोड़ रुपये की लागत से चौधरी रणबीर सिंह विश्वविद्यालय, जींद में टीचिंग ब्लॉक-।।। का निर्माण और लगभग 55 करोड़ रुपये की लागत से रतिया शहर में नहर आधारित जल घर के निर्माण कार्य का शिलान्यास शामिल है।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री द्वारा लगभग 87 करोड़ रुपये से पानीपत टाउन में 15 एमएलडी और 25 एमएलडी क्षमता के दो एसटीपी, लगभग 62 करोड़ रुपये की लागत से सोनीपत शहर में ट्रीटेड वेस्ट वाटर के पुन: उपयोग के लिए सीवरेज नेटवर्क का विस्तार तथा लगभग 58 करोड़ रुपये की लागत से जिला सोनीपत में 10 गांवों के लिए जलापूर्ति योजना का विस्तार सहित अमृत योजना के तहत सोनीपत शहर के शेष क्षेत्रों में जल वितरण प्रणाली का उद्घाटन किया जाएगा।
मनोहर लाल ने इससे पहले भी कई बार डिजिटल माध्यम से पूरे प्रदेश में विकास परियोजनाओं का उद़्घाटन व शिलान्यास किया है। इस तरह डिजिटली एक ही स्थान से इतने व्यापक स्तर पर परियोजनाओं का उद़्घाटन व शिलान्यास करना ई-गवर्नेंस का एक बड़ा उदाहरण है।