देहरादून (गौरव ममगाईं)। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, उत्तराखंड की राजनीति आज इसी नाम के ईर्द-गिर्द नजर आती है। हो भी क्यों न, इस युवा सीएम ने उत्तराखंड को नये मुकाम पर जो पहुंचाया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की बढ़ती लोकप्रियता ने कांग्रेस की पहले ही नींद उड़ाई है, अब सीएम धामी ने आगामी लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस को चारों खाने चित करने के लिए बड़ा प्लान बनाया है। सीएम धामी राज्य की पांचों सीटों पर बड़ा उलटफेर करने की तैयारी में है। गुरुवार 25 जनवरी को हरिद्वार में नवमतदाता सम्मलेन भी इसी रणनीति का बड़ा हिस्सा था।
दरअसल, सीएम पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश की मातृशक्ति व युवा शक्ति का समर्थन हासिल करने का लक्ष्य रखा है। क्योंकि, निर्वाचन आयोग की अंतिम मतदाता सूची के अनुसार, राज्य में करीब 47 फीसदी महिला मतदाता हैं। साथ ही उत्तराखंड सबसे ज्यादा युवा मतदाता प्रतिशत वाले राज्यों में शामिल है। इसी के तहत सीएम धामी मातृशक्ति व युवाशक्ति का साथ व आशीर्वाद पाने में जुटे हुए हैं। एक जनवरी से ही सीएम धामी ने प्रत्येक जिले के ताबड़तोड़ दौरे शुरू कर दिए थे, जिसमें ‘दीदी-बैणा’ कार्यक्रम के जरिए मातृशक्ति का अपार समर्थन हासिल किया गया।
टिहरी, उत्तरकाशी, चंपावत, बागेश्वर, नैनीताल, पिथौरागढ़ में ऐतिहासिक रोड-शो व जनसभाएं की गई, जिसमें जनसैलाब उमड़ा। वहीं, मातृशक्ति के समर्थन पाने के बाद अब सीएम धामी युवाओं का साथ पाने में जुटे हैं।
25 जनवरी को रूड़की, हरिद्वार में सीएम धामी ने हजारों युवा मतदाताओं से संवाद किया और उन्हें वोट का महत्त्व समझाते हुए आगामी चुनाव में मतदान करने को प्रेरित किया। सीएम धामी लगातार युवाओं को संबोधित कर रहे हैं। क्योंकि, सीएम खुद युवा हैं, इसलिए युवा उन्हें खासा पसंद भी करते रहे हैं।
भाजपा की रणनीति है कि अगर सीएम धामी की लोकप्रियता के चलते मातृशक्ति व युवाशक्ति का समर्थन हासिल किया जाए। इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी की जनसभा से भी माहौल पार्टी के पक्ष में होगा। इससे पांचों लोकसभा सीटों पर न सिर्फ जीत दर्ज की जा सकती है, बल्कि पिछली 2019 की जीत के रिकॉर्ड को भी तोड़ा जा सकता है। वहीं, सीएम धामी के मैराथन दौरों के कारण उत्तराखंड में चुनावी रणनीति के मामले में भाजपा, कांग्रेस को पछाड़ती नजर आ रही है।