एयरबस और टाटा समूह मिलकर लगाएंगे हेलीकॉप्टर बनाने का कारखाना
मुंबई: एयरबस और टाटा समूह मिलकर देश में हेलीकॉप्टर बनाने का कारखाना स्थापित करने जा रहे हैं। एयरबस हेलीकॉप्टर्स ने शुक्रवार को इसका एलान किया है। विमानन कंपनी ने एक बयान में कहा कि वह फाइनल एसेंबली लाइन के जरिए सिविल रेंज के एयरबस एच-125 हेलीकॉप्टर का विनिर्माण करेगी। इसका उत्पादन भारत में किया जाएगा। निर्यात कुछ पड़ोसी देशों को किया जाएगा।
बयान में कहा गया है कि इस साझेदारी के तहत टाटा समूह से जुड़ी कंपनी टाटा एडवांस्ड सिस्टम्स लिमिटेड एयरबस हेलीकॉप्टर्स के साथ संयंत्र स्थापित करेगी। यह एलान तब किया गया है, जब गणतंत्र दिवस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों दो दिवसीय भारत दौरे पर आए हैं।
इसमें आगे कहा गया, भारत में एफएएल मुख्य रूप से कल-पुर्जों को जोड़ने, एवियोनिक्स और मिशन सिस्टम, विद्युत हार्नेस की स्थापना, हाइड्रोलिक सर्किट, उड़ान नियंत्रण, ईंधन प्रणाली और इंजन के एकीकरण का काम करेगा। बयान के मुताबिक, यह भारत और क्षेत्र में ग्राहकों को लिए एच-125 का परीक्षण और वितरण भी करेगा।
बयान के मुताबिक, एफएएल के स्थापित होने में दो साल तक का समय लगेगा। पहले मेड इन इंडिया एच-125 की डिलीवरी 2026 के शुरू में होने की उम्मीद है। फाइनल असेंबली लाइन लगाने के लिए स्थान एयरबस और टाटा समूह मिलकर तय करेंगे।
एयरबस के सीईओ गुइलाम फाउरी ने कहा, राष्ट्र निर्माण के लिए हेलीकॉप्टर जरूरी हैं। मेड इन इंडिया, सिविल हेलीकॉप्टर न केवल आत्मनिर्भर भारत का प्रतीक होगा, बल्कि देश में हेलीकॉप्टर बाजार की वास्तविक क्षमता को भी सामने लाएगा। उन्होंने कहा, हेलीकॉप्टर के लिए हम फाइनल असेंबली लाइन अपने भरोसेमंद साझेदार टाटा के साथ मिलकर बनाएंगे। यह भारत में एयरोस्पेस के माहौल को बढ़ावा देने के लिए एयरबस की प्रतिबद्धता है।