भारत को 2047 तक विकसित देश बनने के लिए 7 फीसदी से ज्यादा गति से विकास करना होगा
नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत को आजादी के 100वें साल 2047 तक विकसित देश बनाने का लक्ष्य रखा है. भारत को अगर इस लक्ष्य को हासिल करना है तो उसे 7 से 8 फीसदी की विकास दर बनाए रखने होगी. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) के पूर्व गवर्नर सी रंगराजन ने मंगलवार को विकसित भारत के लक्ष्य के प्रति अपने विचार रखे. उन्होंने कहा कि इस विकास दर के साथ ही हम प्रति व्यक्ति आय को 13 हजार डॉलर तक पहुंचा पाएंगे.
प्रधानमंत्री की इकोनॉमिक एडवाइजरी काउंसिल के पूर्व चेयरमैन रंगराजन ने कहा कि असमानता और गरीबी को मिटाने के लिए इनोवेशन एकमात्र रास्ता नहीं हो सकता. देश को तेज विकास दर हासिल करनी होगी. साथ ही सोशल सेफ्टी के लिए सब्सिडी का इंतजाम भी करना होगा. उन्होंने कहा कि 7 से 8 फीसदी की विकास दर भारत को विकसित बनाने के नजदीक पहुंचा देगी. फिलहाल भारत की प्रति व्यक्ति आय लगभग 2700 डॉलर है. हमें इसे 13 हजार डॉलर तक ले जाना है. हमें प्रति व्यक्ति आय को 5 गुना तक बढ़ाना होगा.
रंगराजन के अनुसार, यदि एक्सचेंज रेट नीचे रहे और कीमतें ऊपर गईं तो आय बढ़ेगी. इसके साथ ही विकसित देश बनने की ओर भारत की यात्रा बढ़ती रहेगी. डॉलर की कीमत और महंगाई से देश की विकास दर मजबूत होती चली जाएगी. उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी में इनोवेशन के दम पर भारत की आर्थिक विकास दर मजबूत हुई है. अर्थशास्त्रियों का अनुमान है कि पिछले डेढ़ दशक से देश की आर्थिक तरक्की को टेक्नोलॉजी ने बहुत मदद की है.
आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि अब टेक्नोलॉजी को ऐसे इनोवेशन करने पर ध्यान देना होगा, जिससे निचले आय वर्ग के लोगों को सुविधाएं कम दाम पर और हर जगह मिल सकें. इनोवेशन से गुड्स और सर्विसेज को किफायती बनाया जा सकता है. इसके लंबे समय में असर दिखाई देंगे.