उत्तराखंड

धामी सरकार ने अपने नियंत्रण में लिया दून इंटरनेशनल स्टेडियम, अब आएंगे अच्छे दिन!

दस्तक टाइम्स, देहरादून। उत्तराखंड के एकमात्र इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम में क्रिकेट गतिविधियों का संचालन न होने पर धामी सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है। धामी सरकार ने देहरादून स्थित राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम का संचालन कर रही निजी कंपनी से एमओयू की शर्तों का पालन न करने पर क्रिकेट स्टेडियम को खाली करवा दिया है और स्टेडियम को अपने नियंत्रण में ले लिया है। अब स्टेडियम का संचालन भी सरकार ही करेगी। वहीं, विश्व स्तरीय स्टेडियम को अब अपने नियंत्रण में लेने के बाद सरकार यहां बड़े मैच कराने की कोशिश करेगी।

क्यों उठाया कदम ? सरकार का क्या है प्लान ?

खेल मंत्री रेखा आर्य ने बताया कि राजीव गांधी इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के संचालन के लिए इंटीग्रेटेड एरीना कंपनी के साथ एमओयू किया गया था, लेकिन लंबे समय से कंपनी नियम व शर्तों का पालन नहीं कर रही थी, जिसके कारण सरकार को यह कदम उठाना पड़ा है। अब स्टेडियम पूरी तरह से सरकार के नियंत्रण में रहेगा। सरकार चाहती है कि स्टेडियम में डोमेस्टिक क्रिकेट व आईपीएल मैच का आयोजन हो सके, साथ ही इंटरनेशनल मैच भी हों। इसके लिए स्टेडियम में अवस्थापना व सुविधाएं भी विकसित की जाएंगी।

नेशनल गेम्स से पहले सरकार को मिला स्टेडियम, अब होगा ऐतिहासिक आयोजन

इसी वर्ष उत्तराखंड में 38वें नेशनल गेम्स का आयोजन होना है, जो संभवतः अक्टूबर महीने में प्रस्तावित हैं। इस आयोजन में सभी राज्यों की टीमें हिस्सा लेंगी, जिसमें हजारों की संख्या में प्रतिभागी खिलाड़ी व सहयोगी सदस्यों के पहुंचने की उम्मीद है। उत्तराखंड पहली बार नेशनल गेम्स की मेजबानी कर रहा है, तो ऐसे में धामी सरकार इस आयोजन के शुभारंभ व समापन अवसर को ऐतिहासिक बनाना चाहती है। इसके लिए सरकार को बड़े स्टेडियम की आवश्यकता थी, जो अब दून इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम के मिलने के बाद पूरी होती नजर आ रही है। ऐसी संभावना है कि सरकार नेशनल गेम्स के शुभारंभ व समापन कार्यक्रम इसी स्टेडियम में कर सकती है।

2018 में हुआ था बांग्लादेश-अफगानिस्तान टी-20 मैच

वैसे तो इस स्टेडियम का उद्घाटन 2016 में तात्कालीन सीएम हरीश रावत व वर्तमान बीसीसीआई उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने किया था, लेकिन पहला इंटरनेशनल टी-20 मैच 2018 में अफगानिस्तान व बांग्लादेश के बीच खेला गया था। यहां इंटरनेशनल मैच कराने के लिए भी लंबा संघर्ष करना पड़ा था।

इसके बाद अफगानिस्तान व आयरलैंड के बीच भी मैच खेला गया। अफगानिस्तान टीम ने इस स्टेडियम को अपने दूसरे होमग्राउंड के रूप में लिया था। वहीं, क्रिकेट के अलावा भी यहां वर्ष 2016 में पेशेवर कुश्ती का ऐतिहासिक आयोजन हुआ था, जिसमें वर्ल्ड रेसलर ‘ग्रेट खली’ ने हिस्सा लिया था।

लेकिन, दुर्भाग्य से दो वर्ष के बाद इस स्टेडियम में इंटरनेशनल क्रिकेट पूरी तरह से थम गया था। हालांकि, डोमेस्टिक क्रिकेट जरूर होता रहा। पिछले दो वर्ष में डोमेस्टिक क्रिकेट की गतिविधियों में भी लगातार कमी दर्ज की जाती रही है। इस स्टेडियम के रखरखाव में भी शिकायत मिलती रही है। जाहिर है कि अब प्रदेश की एकमात्र क्रिकेट धरोहर रूपी यह स्टेडियम सरकार के नियंत्रण में आने के बाद न सिर्फ यहां का प्रबंधन बेहतर होगा, बल्कि बड़े मैचों के आयोजन से उत्तराखंड क्रिकेट को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

Related Articles

Back to top button