जाट आंदोलन के कारण हुई कई ट्रेनें रद्द
प्रभावित ट्रेनों में दुर्ग, जम्मूतवी, अमृतसर, बिलासपुर, निजामुद्दीन, विशाखापट्टनम सहित दिल्ली सरायपुरी, हरिद्वार और नई दिल्ली बिलासपुर ट्रेन के साथ कई ट्रेन शामिल हैं. इन ट्रेनों को 22 और 23 फरवरी को रद्द किया गया है.
आपको बता दें कि आरक्षण के मुद्दे पर जाटों और मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के बीच हुई वार्ता का कोई ठोस नतीजा न निकलने के कारण जाट आंदोलन और उग्र होता जा रहा है.
प्रदर्शनकारियों ने शुक्रवार को भी अपना आंदोलन जारी रखा. रोहतक शहर के आसपास और सोनीपत, हिसार, भिवानी और जींद जिलों के अन्य स्थानों पर सड़क और रेल मार्गों को बाधित किया हुआ है.
इस दौरान जब पुलिस जब रोहतक में जाम लगा रहे जाटों को हटाने के लिए पहुंची तो जाटों ने पुलिस पर ही पथराव कर दिया. इस दौरान कई बसों के शीशे भी टूट गए. आंदोलनकारियों ने कई अन्य वाहनों को भी जला दिया और दुकानों में भी तोड़फोड़ की.
सोशल मीडिया पर भी उठ रही आरक्षण की मांग और प्रदेश में बढ़ते तनाव को देखते हुए रोहतक और झज्जर में मोबाइल और इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई हैं. वहीं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई शहरों में धारा 144 लगा दी गई है. रोहतक और झज्जर में स्कूल और कॉलेज 22 फरवरी तक बंद कर दिए गए हैं.
वहीं, जाट आरक्षण के मुद्दे पर बातचीत के लिए हरियाणा सरकार ने आज सुबह 11 बजे हरियाणा निवास पर सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
जाट नेताओं ने कहा कि जब तक खट्टर सरकार सरकारी नौकरियों और शिक्षण संस्थानों में जाट समुदाय के लिए आरक्षण की मांग पर कोई ठोस फैसला नहीं करती, तब तक आंदोलन जारी रहेगा.
बैठक में भाग लेने वाले जाट नेता सतबीर पुनिया ने कहा कि खट्टर सरकार ने मामले को सुलझाने का कोई संकेत नहीं दिया है और बुधवार को चंडीगढ़ में हुई बैठक में उन्होंने इस मसले में कोई ठोस प्रस्ताव नहीं दिया.
हरियाणा सरकार ने जाट नेताओं से मुलाकात के बाद आर्थिक पिछड़ा वर्ग (ईबीसी) में आरक्षण को दोगुना करते हुए उसे 20 प्रतिशत करने की घोषणा की, लेकिन जाट नेताओं ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है.
मुख्यमंत्री ने आरक्षण का लाभ लेने के लिए वार्षिक आय सीमा को 2.5 लाख से बढ़ाकर छह लाख करने की भी घोषणा की ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों को इसका लाभ मिल सके. रोहतक और अन्य प्रभावित जिलों में और उनके आसपास अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया है.
आंदोलनकारियों ने रोहतक शहर के आसपास सड़क और रेल मार्ग को अवरुद्ध कर रखा है. इसके अलावा झज्जर, सोनीपत, हिसार, भिवानी, कैथल और जींद जिलों में आंदोलनकारियों ने रेल मार्ग अवरुद्ध कर रखा है, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यहां तक कि रोहतक में कोई सरकारी रोडवेज की बस भी प्रवेश नहीं कर पा रही है.
वहीं ट्रेनों को रद्द किए जाने और उनका मार्ग बदले जाने के कारण पंजाब और हरियाणा के आसपास की जगहों पर भी लोगों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. मार्ग अवरुद्ध किए जाने के कारण बुधवार को अंबाला और फिरोजपुर में 25 रेलगाड़ियां रद्द कर दी गई थीं.