स्वास्थ्य

गुआहाटी में पंचकर्म पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस का हुआ उद्घाटन

नई दिल्ली ( दस्तक ब्यूरो) : केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनोवाल ने असम के गुआहाटी में गवर्नमेंट आयुर्वेदिक कॉलेज एंड हॉस्पिटल में पंचकर्म पर सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (Centre of Excellence on Panchakarma ) का उद्घाटन किया गया है। आपको बता दें कि इससे पूर्व केंद्रीय मंत्री सर्वानंद सोनवाल ने पूर्वोत्तर में आयुष क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए चार प्रमुख पहलो की शुरुआत पिछले माह किया था और गुवाहाटी में केंद्रीय आयुर्वेद अनुसंधान संस्थान में पहले पंचकर्म ब्लॉक और एक अत्याधुनिक फार्मोकोलॉजी और जैव रसायन प्रयोगशाला का उद्घाटन किया था। उन्होंने अजारा में क्षेत्रीय होम्योपैथी अनुसंधान संस्थान के स्थाई परिसर के साथ-साथ देश के पहले एकीकृत आयुष कल्याण केंद्र की भी आधारशिला रखी थी।

क्या हैं पंचकर्म के लाभ: आयुर्वेद के अनुसार इंसान का शरीर मिट्टी, वायु, अग्नि, जल और पृथ्वी के मूल तत्वों के मिलकर बना है, और इन तत्वों के अनुपात का स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए शरीर के भीतर एक समान होना जरूरी होता है। यह संतुलन केवल खान-पान से ही नहीं बल्कि आपके सोशल लाइफ, एनवायरनमेंट के वजह से भी बिगड़ता है। ऐसे में समय-समय पर शरीर को डिटॉक्स करना महत्वपूर्ण कामों में से एक हो गया है और इसके लिए आयुर्वेदिक चिकित्सा से बेहतर और विश्वसनीय उपाय दूसरा क्या हो सकता है।

पंचकर्म शरीर को डिटॉक्सीफाई करने की आयुर्वेदिक चिकित्सा की सबसे पुरानी पद्धतियों में से एक है। एक्सपर्ट के अनुसार इससे शारीरिक ही नहीं मानसिक रोगों का भी उपचार संभव है। लेकिन ये जरूरी है कि इस थेरेपी को एक्सपर्ट की निगरानी में ही किया जाए। पंचकर्म आंतरिक संतुलन और उर्जा को रिस्टोर करने का प्राकृतिक तरीका है। इस शब्द का मतलब पांच क्रियाएं होती है, जिनमें उल्टी, शुद्धिकरण, निरुहम, अनुवासन और नस्यम जैसी गतिविधियां शामिल है। इस थेरेपी को शुरू करने से पहले स्ट्रिक्ट डाइट रूटीन फॉलो करके शरीर को तैयार किया जाता है।

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