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जाट आंदोलन का वीभत्‍स चेहरा: कार से महिलाओं को खींचकर किया बलात्‍कार!

rape-victim10-300x200एजेंसी/ जाट आंदोलन की वीभत्‍सता और उपद्रव का नया चेहरा सामने आया है. हरियाणा में जाट आंदोलन जब अपने चरम पर था तो उपद्रवियों ने महिलाओं के साथ ऐसी अभद्रता की, जिससे इंसानियत भी शर्मसार हो जाए.

उपद्रवियों ने सोनीपत जिले के मुर्थल हाईवे के पास यात्रियों से भरी गाड़ी रोकी और कथित रूप से महिलाओं को उसमें से खींच लिया. इसके बाद उपद्रवी उन महिलाओं को खेत में ले गए और दरिंदगी की हद पार करते उसके साथ बलात्‍कार किया.

ट्रिब्‍यून में प्रकाशित खबर के मुताबिक, 30 लोगों के इस दल ने इस वारदात को अंजाम दिया. बाद में उन्‍होंने गाड़ी में आग भी लगा दी. हसनपुर और खुर्द के स्‍थानीय लोगों को जैसे ही इस घटना का पता चला, वे तुरंत वहां पहुंचे. उन लोगों ने महिला को कपड़े और कंबल मुहैया कराए.

यह वारदात सोमवार सुबह की है. हालांकि, पुलिस इस तरह की वारदात से साफ इनकार कर रही है.

प्रत्‍यक्षदर्शियों का कहना है कि हाईवे के कुछ किलोमीटर दूर सुखदेव ढाबा के पास पुलिस ने लाठीचार्ज के बाद अवरोधक हटा दिया था. जब सुरक्षाबल वहां से चले गए तो उपद्रवियों ने उस जगह पर कब्‍जा जमा लिया. वहां उन्‍होंने पत्‍थरों के ढेर लगाकर गाडि़यों को जबरन रोक दी.

दुर्भाग्‍य की बात यह है कि जब पीडि़त महिलाएं अपने परिजनों के साथ पुलिस के पास शिकायत दर्ज कराने पहुंचीं तो वरिष्‍ठ पुलिस अधिकारियों ने उसे मामला नहीं दर्ज कराने की सलाह दी. पुलिसवालों का कहना था कि शिकायत दर्ज कराने पर उसकी इज्‍जत धूमिल हो जाएगी.

इस घटना के बाद स्‍थानीय लोगों में भी भारी गुस्‍सा है. इन लोगों का कहना है कि पुलिस उपद्रवियों की लगाम कसने में नाकाम रहे है.

हालांकि, सीनियर आईपीएस अफसर का कहना है कि इस तरह हुई ही नहीं. इसमें कोई सच्‍चाई नहीं है. मीडिया को केवल तनाव फैलाने के लिए ऐसी खबरें नहीं छापनी चाहिए.

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