महाराष्ट्र में अजित पवार की एन.सी.पी. ने सी.एम. शिंदे को दी महायुति गठबंधन तोड़ने की धमकी
नई दिल्ली: भारत के सबसे बड़े लोकतांत्रिक पर्व में हमें नेताओं के कई तरह के रंग देखने को मिलते हैं। कुछ ऐसा ही मामला महाराष्ट्र में भी सामने आया है जब शिवसेना नेता विजय शिवतारे से नाराज राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एन.सी.पी.) ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन छोड़ने की धमकी दे डाली है। हालांकि राज्य में गरमाए हुए चुनावी माहौल में इस तरह की संभावना कम ही है।
दरअसल पुरंदर से पूर्व शिवसेना विधायक शिवतारे ने घोषणा की है कि वह एनसीपी संस्थापक शरद पवार के परिवार के गृह क्षेत्र बारामती से एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। शिवतारे ने कहा कि वह इस निर्वाचन क्षेत्र को पवार परिवार से मुक्त कराने के लिए बारामती से चुनाव लड़ना चाहते हैं। कहा जा रहा है कि अजित पवार की पत्नी सुनेत्रा पवार के अपनी ननद और मौजूदा सांसद सुप्रिया सुले के खिलाफ बारामती से चुनाव लड़ने की संभावना है।
ऐसे बिगड़ गई बात
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक शिवतारे के साथ बैठक के दौरान मुख्यमंत्री शिंदे ने स्पष्ट रूप से अपने सहयोगी को मैदान से हटने के लिए मनाने की कोशिश की, लेकिन शिवतारे ने उन्हें कोई आश्वासन नहीं दिया। एन.सी.पी. के मुख्य प्रवक्ता उमेश पाटिल ने मांग की कि शिवतारे को अजित पवार के खिलाफ अपना अभियान रोकने के लिए कहा जाए। पाटिल के हवाले से एक मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि हम मांग कर रहे हैं कि उपमुख्यमंत्री के खिलाफ बयान के बाद विजय शिवतारे के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए। पाटिल ने कहा कि शिवतारे ने फिर हमारे नेता के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया है। अब केवल शिवसेना की ओर से उनकी बर्खास्तगी ही हमें शांत करेगी। अन्यथा हम महायुति गठबंधन छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।
कौन हैं विजय शिवतारे
विजय शिवतारे जब 2019 के विधानसभा चुनाव के लिए मैदान में उतरे तब अजित पवार ने उनके खिलाफ जमकर प्रचार किया और वहां से कांग्रेस के संजय जगताप के लिए वोट मांगे थे। परिणाम यह हुआ कि विजय शिवतारे 2019 के चुनाव में 30 हजार से ज्यादा वोटों से चुनाव हार गए थे। तब से दोनों नेताओं में छत्तीस का आंकड़ा बताया जाता है। विजय शिवतारे पहली बार 2009 में पुरंदर विधानसभा क्षेत्र से शिवसेना की टिकट पर विधायक बने थे। 2014 में वह फिर एक बार विधानसभा पहुंचे और जल संसाधन राज्य मंत्री बने थे। उस दौरान अजित पवार और उनके बीच बहुत खींचतान हुई थी। विजय शिवतारे ने पुरंदर और बाकी इलाके में पार्टी बढाने के लिए अजित पवार के खिलाफ मोर्चा खोला था। इसलिए अजित पवार विजय शिवतारे से काफी नाराज थे। 2019 में पुरंदर की रैली के दौरान अजित पवार ने विजय शिवतारे को चुनौती देते हुए कहा था कि, ‘मै भी देखता हूं कि तुम कैसे विधायक बनते हो।’दरअसल शिवतारे ने शरद पवार और सुप्रिया सुले पर ऐसी टिप्पणी कर दी थी जिसके बाद अजित पवार भड़क गए थे।
अजित पवार की वजह से हार चुके हैं चुनाव
बारामती लोकसभा चुनाव क्षेत्र में कम छह विधानसभा क्षेत्र आते है। उसमे बारामती, इंदापुर, भोर, खडकवासला, पुरंदर और दौंड शामिल हैं। पिछले लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले के खिलाफ भाजपा ने यहां से विधायक राहुल कुल की पत्नी कंचन कुल को मैदान में उतारा था और उन्हें 5 लाख 30 हजार वोट मिले थे और सुप्रिया सुले को 6 लाख 86 हजार वोट मिले थे। सुप्रिया को 1 लाख से ज्यादा की लीड अकेले बारामती विधानसभा चुनाव क्षेत्र से मिली थी।