गुवाहाटी : असम में आंधी-तूफान के साथ बारिश और बिजली गिरने से संबंधित घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गई जबकि 53,000 लोग प्रभावित हुए हैं। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी.दक्षिण सलमारा-मनकाचर जिले में ब्रह्मपुत्र में एक नाव पलटने से एक चार साल के बच्चे की मौत हो गई और दो लोग लापता हो गए, जबकि कछार, पश्चिम कार्बी आंगलोंग और उदलगुरी में तूफान और आकाशीय बिजली से संबंधित दुर्घटनाओं में एक-एक व्यक्ति की मौत हो गई.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्य की स्थिति के बारे में जानकारी लेने के लिए मुख्यमंत्री हिमंत विश्व शर्मा को फोन किया और उन्हें हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया. असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) के सीईओ ज्ञानेंद्र देव त्रिपाठी ने कहा कि आंधी-तूफान के साथ-साथ राज्य के कई हिस्सों में रविवार शाम को भारी बारिश हुई जिससे कई पेड़ और बिजली के खंभे गिर गए और घरों को नुकसान पहुंचा.
त्रिपाठी ने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘शिशुमारा घाट से नेपुरेर अल्गा घाट की ओर जाते समय नेपुरेर अल्गा गांव में कल शाम पांच बजे एक नाव डूब गई. स्थानीय लोगों ने एक बच्चे का शव बरामद किया और दो लोग लापता हैं.” त्रिपाठी ने बताया कि मृतक की पहचान समीन मंडल (4) के रूप में की गई है, जबकि कोबट अली मंडल (56) और इस्माइल अली (8) लापता हैं.
उन्होंने कहा कि राज्य आपदा मोचक बल (एसडीआरएफ) की एक टीम ने आज सुबह तलाशी अभियान शुरू किया और धुबरी और गोलपारा जिलों के गोताखोर भी उनके साथ शामिल हो गए. बचाव प्रयासों में सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा मोचक बल (एनडीआरएफ) की एक टीम घटनास्थल पर पहुंच रही है. त्रिपाठी ने कहा कि एएसडीएमए निगरानी के लिए पायलट के साथ ड्रोन भेज रही है. उन्होंने कहा कि नाव पर 15 यात्री सवार थे, लेकिन बाकी लोग तैरकर सकुशल बाहर आ गए.
इसी बीच कछार में एक महिला तूफान के बीच फंस गई और उसकी जान चली गई. एएसडीएमए ने कहा कि उसकी पहचान सोनाई की सखी बेगम लस्कर (30) के रूप में की गई है.एएसडीएमए ने कहा कि आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में पश्चिम कार्बी आंगलोंग के डोनका के पिंटू चौहान (17) और उदलगुरी के मजबत के रूपाराम बसुमतारी (46) की मौत हो गई.
इसके अलावा आकाशीय बिजली गिरने से छह लोग घायल हो गए जिन्हें सिलचर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया है.एएसडीएमए ने एक बुलेटिन में कहा कि तूफान ने 22 जिलों के 919 गांवों के लगभग 53,000 लोगों को प्रभावित किया है और कुल 14,633 घर आंशिक रूप से या पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. इसमें यह भी कहा गया कि कम से कम तीन गायों की मौत हो गई जबकि फसलों को भी नुकसान पहुंचा है.