फूफा-भतीजा हत्याकांड का चौंकाने वाला खुलासा, इस वजह से की गई थी दोनों की बेरहमी से हत्या
बुलंदशहर: उत्तर प्रदेश की बुलंदशहर पुलिस ने फूफा-भतीजे की हत्या के आरोप में दो लोगों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से हत्या में प्रयुक्त हथियार बरामद किया। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्लोक कुमार ने बताया कि 31 मार्च थाना कोतवाली नगर के मौहल्ला ब्रह्मपुरी निवासी राजीव गर्ग अपने फूफा सुधीर अग्रवाल के साथ एआरटीओ आफिस स्थित जनसेवा केन्द्र से किसी कार्य के लिए निकले थे मगर घर नही पहुंचे। एक अप्रैल को दोनों के शव थाना कोतवाली देहात स्थित अड़ोली नहर के पास मिले थे।
मामले के खुलासे के लिए किया गया था 5 टीमों का गठन
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, इस मामले के खुलासे के लिए 5 टीमों का गठन किया गया था। जांच में ऋषभ व उसके दोस्त तनु का नाम प्रकाश में आया जिनको स्वाट टीम व थाना कोतवाली देहात पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर लिया और उनकी निशानदेही पर अडौली नहर से आलाकत्ल चाकू, मृतक की स्कूटी, मोबाइल फोन बरामद किया गया है। ऋषभ ने पूछताछ पर बताया कि मृतक राजीव पर उसके 80 हजार रुपए उधार थे तथा कुछ महीने का वेतन भी नहीं मिला था। राजीव से उसने कई बार अपने रुपये मांगे थे लेकिन वह 2-4 दिन में देने की बात बोलकर टाल देता था। करीब डेढ़ माह पहले दोनों में इसी बात को लेकर कहासुनी हो गई थी। इस बात को लेकर वह क्षुब्द व बेहद आक्रोशित था ।
अपने पास रखें रहस्यमयी सिक्के के बारे में बताया करता था मृतक
राजीव अपने पास आने वाले लोगों को अपने पास रखें एक रहस्यमयी सिक्के के बारे में बताया करता था जो किसी को भी अकूत धन संपत्ति से मालामाल कर सकता है। यह अन्धविश्वास था कि इस सिक्के की सहायता से मौसम को बदला जा सकता है तथा वर्षा भी कराई जा सकती है तथा मनचाही इच्छा पूरी की जा सकती है, जो बहुमूल्य है। दुनिया में इस प्रकार के कुल 26 सिक्के है। इसी लालच के कारण कि यह सभी पैसा उसे मिल जायेगा, ऋषभ ने अपने दोस्त तनु को साथ मिलाकर उन्हें मारने की योजना बनाई ।
फूफा-भतीजे को बेरहमी से उतारा मौत के घाट
बताया जा रहा है कि 3 मार्च को राजीव अपने जनसेवा केन्द्र पर नहीं आया था तो ऋषभ ने अडौली तिराहे पर स्थित एक चाय वाले के मोबाइल से फोन करके उसे जनसेवा केन्द्र पर बुलाया तथा योजनानुसार वह उन्हें अडौली नहर पर ले गया जहां रास्ते में नहर पर पहले से ही मौजूद अपने दोस्त तनु को भी स्कूटी पर बैठा लिया तथा कुछ दूरी पर जाकर दोनों ने राजीव पर पीछे से चाकू से वार कर दिया जिससे स्कूटी अनियंत्रित होकर गिर गई तभी उन्होंने राजीव का गला रेत कर हत्या कर दी। उसके बाद ऋषभ मृतक की स्कूटी लेकर दुकान पर गया और राजीव के फूफा सुधीर अग्रवाल को राजीव का एक्सीडेंट होने की बात बताकर अपने साथ ले गया तथा उनकी भी हत्या कर दी।